उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग पहाड़ियों में भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में मौत का आँकड़ा 14 को पार कर गया है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 24/7 कंट्रोल रूम की शुरुआत की और स्थिति की निगरानी का आश्वासन दिया। उन्होंने पर्यटकों को बचाव टीम के आने तक वहीं रहने की सलाह देते हुए कहा कि राज्य सरकार उनके बचाव का पूरा खर्च वहन करेगी। ममता सोमवार को मुख्य सचिव के साथ उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी, जहां हजारों पर्यटक फंस चुके हैं। यह आपदा दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और माटीगारा जैसे जिलों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है, जहां दो लोहे के पुल ढह चुके हैं और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
दार्जिलिंग में बाढ़ से 14 से अधिक मौतें, हज़ारों पर्यटक फँसे, बचाव तक वहीं रहने की सलाह
- पश्चिम बंगाल
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- 5 Oct, 2025
दार्जिलिंग में भारी बारिश और बाढ़ से 14 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हज़ारों पर्यटक फँसे हुए हैं और प्रशासन ने उन्हें बचाव तक सुरक्षित जगहों पर रहने की सलाह दी है।

बाढ़ और भूस्खलन से तबाही
भारी बारिश से भूस्खलन और बाढ़ का कहर
शनिवार रात से रविवार सुबह तक उत्तर बंगाल में 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे संकोश नदी में भूटान और सिक्किम से अतिरिक्त जलप्रवाह होने लगा। दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिलों में कई जगह भूस्खलन हो गए, जिसमें घर बह गए, सड़कें कट गईं और दूर-दराज गांवों का संपर्क कट गया। दार्जिलिंग उप-विभागीय अधिकारी यानी एसडीओ रिचर्ड लेपचा ने बताया कि धर गाँव, नागराकाटा में भूस्खलन से कई घर मिट्टी में दब गए जहां से 40 से अधिक लोगों को मलबे से बचाया गया।