तालिबान जब एक साल से शासन में होने का जश्न मना रहा था तो उसमें कोई महिलाएँ नहीं थीं। आम लोगों की भागीदारी की भी बात न ही की जाए तो बेहतर है। लेकिन सैकड़ों तालिबानी लड़ाके सोमवार को काबुल की सड़कों पर निकले। वे अधिकतर खुले पिक-अप ट्रक में दिखे। उनके हाथों में बंदूकें थीं और एक हाथ में तालिबान का झंडा।