AI Boom Nvidia: एनवीडिया दुनिया की पहली $5 ट्रिलियन कंपनी बन गई है। उसके शेयरों में जबरदस्त उछाल आया है। इससे पता चल रहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) ने किस तरह बाज़ार और अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर दिया है।
एआई के बढ़ते प्रभाव ने एनवीडिया को दुनिया में पहली पांच ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बना दी है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते वर्चस्व के बीच, सिलिकॉन वैली की चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी एनवीडिया कॉर्प (Nvidia Corp) ने इतिहास रच दिया है। यह दुनिया की पहली ऐसी कंपनी बन गई है, जिसने $5 ट्रिलियन (लगभग 415 लाख करोड़ रुपये) का भारी-भरकम बाजार मूल्यांकन (मार्केट वैल्यू) हासिल किया है। यह ऐतिहासिक उछाल AI इंफ्रास्ट्रक्चर में कंपनी के नेतृत्व और उसके उत्पादों की बढ़ती मांग का नतीजा है। एआई बूम आ चुका है। कंपनियां अब एआई के रास्ते पर चल पड़ी हैं। 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था 4.3 ट्रिलियन डॉलर की है। इस तरह एनवीडिया दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत से भी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
शेयरों में आया तूफानी उछाल
एनवीडिया के शेयरों में यह तूफानी तेजी 29 अक्टूबर को अमेरिकी शुरुआती कारोबार में दर्ज की गई, जब इसके शेयर 5.16% तक उछलकर $211.41 प्रति शेयर पर पहुंच गए। इस तेज़ वृद्धि के साथ ही कंपनी का बाजार पूंजीकरण $5.05 ट्रिलियन के स्तर को पार कर गया।
एनवीडिया ने महज तीन महीने पहले ही $4 ट्रिलियन के आंकड़े को पार किया था, जिसके बाद उसकी वृद्धि दर ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम 2023 की शुरुआत से AI कंप्यूटिंग पावर की वैश्विक होड़ से प्रेरित है, जिसने एनवीडिया को AI बूम का सबसे बड़ा लाभार्थी बना दिया है।
कई देश की अर्थव्यवस्था से भी आगे निकली एनवीडिया
एनवीडिया का $5.05 ट्रिलियन का विशाल बाजार पूंजीकरण अब कई प्रमुख देशों की संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से भी अधिक हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का यह मूल्यांकन जापान, यूनाइटेड किंगडम (UK) और भारत की संयुक्त GDP से भी आगे निकल गया है। यह मील का पत्थर दिखाता है कि निवेशक AI बुनियादी ढांचे में एनवीडिया के प्रभुत्व पर कितना भरोसा जता रहे हैं, जिसे 18 साल पहले आईफोन के लॉन्च के बाद सबसे बड़ी तकनीकी क्रांति माना जा रहा है।
सीईओ हुआंग ने किए बड़े खुलासे
कंपनी के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने हाल ही में $500 अरब मूल्य के चिप ऑर्डर का खुलासा किया, जो उद्यमों और सरकारी AI प्रयोगों में कंपनी की बढ़ती पैठ को दर्शाता है। एनवीडिया ने अपनी वैश्विक उपस्थिति मजबूत करने के लिए कई रणनीतिक समझौते भी किए हैं:
ऑटोमोटिव सेक्टर: उबर (Uber) के साथ रोबोटैक्सी विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी की गई है।
टेलीकॉम और 6G: 6G तकनीक पर सहयोग और अनुसंधान के लिए नोकिया में $1 अरब का बड़ा निवेश किया गया है।
सुपर कंप्यूटर निर्माण: कंपनी अमेरिकी ऊर्जा विभाग के साथ मिलकर सात नए AI सुपर कंप्यूटर बनाने के लिए सहयोग कर रही है। OpenAI का समर्थन: एनवीडिया ने ChatGPT के कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए OpenAI को $100 अरब के योगदान की प्रतिबद्धता जताई है, जिससे 10 गीगावाट क्षमता वाले नए AI डेटा सेंटर स्थापित किए जा सकें।
क्या बाजार बुलबुला बन रहा है?
इस विस्फोटक बढ़ोतरी के बावजूद, ग्लोबल वित्तीय रेगुलेटरों ने क्षेत्र में 'ओवरहीटिंग' को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने AI से जुड़े तकनीकी शेयरों के आसमान छूते मूल्यांकन को लेकर बाजार में 'बुलबुले' (Market Bubble) की संभावना जताई है। वहीं, IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भी AI स्पेस में पूंजी के तेज और अनियंत्रित प्रवाह पर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।