ऐसे समय जब भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को लगातार निशाने पर लिया जा रहा है और सभी राजनीतिक दल हिन्दुत्व की बातें करने लगे हैं, पड़ोस के बांग्लादेश में उम्मीद की किरण दिखती है।