loader

कोरोना: चीन में चमत्कार, कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं

कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में हंगामा मचा हुआ है। दुनिया के 176 देशों में लोग इस वायरस के कारण दहशत के माहौल में हैं। अन्य देशों की ही तरह भारत के भी कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज, जिम, स्पा बंद कर दिये गये हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिस देश से इस वायरस के निकलने की बात कही जा रही है, उसने इसे क़ाबू में कर लिया है। जबकि कुछ देशों जैसे, इटली, स्पेन, ईरान में इस वायरस से लोग लगातार मर रहे हैं। 

यहां बात हो रही है चीन की। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के बाद पिछले एक महीने में यह पहली बार हुआ है जब चीन में एक दिन में किसी नये संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। चीन के अधिकारियों ने कहा है कि जिन 34 नये लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनमें सभी लोग दूसरे देशों से चीन में आये हैं। 

ताज़ा ख़बरें

इससे यह संकेत मिल रहा है कि चीन शायद अब इस महामारी को फैलने से रोकने में सफलता हासिल कर लेगा। कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में अब तक 2 लाख 20 हज़ार से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और लगभग 9 हज़ार मौतें हो चुकी हैं। 

हालांकि चीन ने कोरोना वायरस को क़ाबू करने को लेकर अपने देश में शानदार काम किया है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कम से कम 14 दिन तक संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आता है तो भी यह नहीं समझा जाना चाहिए कि कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी तरह ख़त्म हो गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक़, अभी यह देखा जाना बाक़ी है कि अगर लोग फिर से अपने काम पर निकलते हैं और सभी दुकानों-प्रतिष्ठानों को खोल दिया जाता है तो क्या यह वायरस फिर से फैलने लगेगा?

दुनिया से और ख़बरें

हांगकांग यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर बेन काउलिंग ने कहा है कि इससे यह साफ है कि चीन ने जिस तरह के क़दम उठाये हैं उससे संक्रमण का पहला दौर लगभग ख़त्म हो गया है। बेन कहते हैं कि लेकिन सवाल यह है कि अगर संक्रमण का दूसरा दौर आयेगा तो तब क्या होगा क्योंकि इस तरह के क़दमों को लंबे समय तक जारी नहीं रखा जा सकता। चीन ने इस संक्रमण के फैलते ही बड़ी तेजी से स्कूल, ऑफ़िसों को बंद कर दिया था और देश में एक जगह से दूसरी जगह जाने पर रोक लगा दी थी। 

चीन में अगर कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी तरह ख़त्म हो जाता है तो उसकी अर्थव्यवस्था फिर से रफ़्तार पकड़ सकती है। ऐसे में भारत ऐसा क्यों नहीं कर सकता। भारत को भी वे सारे क़दम उठाने चाहिए जो चीन ने उठाये हैं।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें