अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के सीरिया से सैनिकों और सेना विशेषज्ञों के तत्काल वापस बुला लेने के एलान से पश्चिम के उनके मित्र देश और सदियों बाद कुर्दिस्तान को साकार देखते क़रीब चार करोड़ कुर्द सकते में हैं।
आइसिस को ज़िदा छोड़ने के ट्रंप के फ़ैसले से कुर्द सकते में
- दुनिया
- |
- 10 Feb, 2019
सीरिया से सैनिक वापस बुलाने के फ़ैसले से अमरीका के सहयोग से लड़ रहे अलगाववादी कुर्द विद्रोही परेशान हैं। उन्हें अलग कुर्दिस्तान की लड़ाई नए सिरे से शुरू करनी पड़ सकती है।

ट्रंप ने कहा कि अमरीकी सेना ने आइसिस-आइसिल को परास्त कर उसका सफ़ाया कर दिया है, इसलिए अब सेना के वहाँ बने रहने की कोई ज़रूरत नहीं है।
ट्रंप की इस घोषणा का रूसी राष्ट्रपति पुतिन के अलावा दुनिया में किसी बड़े नेता ने स्वागत नहीं किया है। पुतिन की घोषणा को राजनयिक हलकों में व्यंग्य समझा जा रहा है। इस लड़ाई में अमरीकी सहयोगी रहे कुर्द लड़ाकों ने तो इसे पीठ में छुरा घोंपना बताया है।