ऋषि सुनाक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री तो बन गए हैं लेकिन उनके सामने चुनौतियों का अंबार लगा हुआ है। ऋषि सुनाक के लिए लगभग ध्वस्त हो चुकी ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना आसान नहीं होगा। उनके सामने आर्थिक मोर्चे के साथ ही राजनीतिक चुनौतियां भी हैं।
आर्थिक मोर्चे पर हैं ऋषि सुनाक के सामने चुनौतियां
- दुनिया
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- 25 Oct, 2022
ब्रिटेन के सामने मुश्किलें ज्यादा हैं और देखना होगा कि क्या ऋषि सुनाक ब्रिटेन को इन मुश्किलों से बाहर निकाल पाएंगे?

राजनीतिक चुनौती
पिछले कुछ महीनों में कंजरवेटिव पार्टी को लगातार अपने नेता बदलने पड़े हैं। इस साल जुलाई में पहले बोरिस जॉनसन की विदाई हो गई थी और उसके बाद लिज ट्रस प्रधानमंत्री बनी थीं लेकिन उनका कार्यकाल सिर्फ 44 दिन का ही रहा। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर फेल होने के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा।
इसके बाद कंजरवेटिव पार्टी ने ऋषि सुनाक को अपना नेता चुना है। 188 साल पुरानी इस पार्टी ने इससे पहले कभी इस तरह का संकट नहीं देखा था। 2016 के बाद से सिर्फ छह सालों में वह पांचवें प्रधानमंत्री हैं। उनसे पहले डेविड कैमरन, थेरेसा मे, बोरिस जॉनसन और लिज ट्रस प्रधानमंत्री बन चुके हैं।