पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह का इसलाम विरोधी कॉन्टेन्ट न चले। कुछ ही दिन पहले मुल्क़ के वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान नियाज़ी ने फ़ेसबुक के सीईओ मार्क ज़करबर्ग को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वह इस तरह की पोस्ट्स को रोकें जो इसलामोफ़ोबिया और इसलाम के प्रति नफ़रत को बढ़ावा देती हों।
गूगल, फ़ेसबुक की इमरान को धमकी- छोड़ देंगे पाकिस्तान
- दुनिया
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- 21 Nov, 2020

पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह का इसलाम विरोधी कॉन्टेन्ट न चले।

इस चिट्ठी में उन्होंने फ़ेसबुक पर आ रहे ऐसे कॉन्टेन्ट के लिए भारत और फ्रांस को जिम्मेदार ठहराया था। इमरान ने इससे मुसलमानों में रैडिकलाइजेशन बढ़ने की भी चेतावनी दी थी।
























