यूएन नामक संस्था है जो ऐसे युद्ध में शांति बहाली की कोशिश करती है। यूएन की अब तक कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन बेनतीजा रहीं। यूएन तटस्थता दिखा रहा है लेकिन ग़ज़ा में मचाई गई तबाही की निन्दा के लिए तैयार नहीं है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव का कहना है कि वह ग़ज़ा पट्टी की पूरी घेराबंदी से "बहुत व्यथित" हैं। यूएन ने हमास की निन्दा की लेकिन ग़ज़ा में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए इजराइल की निन्दा नहीं की। बुधवार 11 अक्टूबर को युद्ध का पांचवां दिन है। इजराइल ने कहा है कि उसके 1200 लोग मारे गए हैं, जिनमें विदेशी भी हैं। ग़ज़ा में 1150 लोग मारे गए हैं। हालांकि रॉयटर्स और अन्य पश्चिमी एजेंसी दोनों तरफ मरने वालों की तादाद 3500 बता रही हैं। ग़ज़ा में करीब पांच हजार लोग जख्मी हैं। ढाई लाख लोग बेघर हो गए हैं।
हमास-इजराइल युद्धः कैसे रुकेगा संघर्ष, बड़े देशों की नीयत क्या है
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
इजराइल की धमकियों और हमास के दुस्साहस ने इस युद्ध को प्रतिष्ठा का सवाल बना दिया है। बड़े देश या तो इजराइल के साथ हैं या फिर तटस्थ हैं। हमास ने पश्चिमी एशिया में सारा समीकरण बदल दिया है। अमेरिका खुलकर इजराइल के साथ आ गया है। रूस, चीन और तुर्की युद्ध रुकवाने के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाने को तैयार हैं, लेकिन रास्ते में व्यावहारिक मुश्किलें हैं। इस गुत्थी को समझिएः

ग़ज़ा में तबाही जारी है।