तहरीके-लबायक की जमीनी पकड़ इतनी मज़बूत है कि उसके नेता पाकिस्तानी सेनापति क़मर जावेद बाजवा को ‘अहमदिया’ कहकर लांछित करते हैं लेकिन उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। इसीलिए पाकिस्तान की सरकार, चाहे वह मियां नवाज की हो या इमरान की हो, लबायक के नेताओं के साथ हमेशा हकलाती रहती है।
इसीलिए एक ईसाई महिला आसिया बीवी को 2018 में जब ईश-निंदा के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के तीन जजों ने रिहा कर दिया तो रिजवी ने उन तीनों के ख़िलाफ़ आंदोलन छेड़ दिया था। उनकी हत्या की मांग भी की थी।