सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास उपनगर जैनबिया में सोमवार को इजराइली हवाई हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एक वरिष्ठ अधिकारी जनरल रजी मूसवी की मौत हो गई। ईरानी तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, यह इलाका सैयदा जैनब के रोजे के पास है। रजी मूसवी ईरान और सीरिया के बीच सैन्य गठबंधन के बीच तालमेल का काम देख रहे थे। इज़राइल का मानना है कि जनरल रजी मूसवी लेबनान के हिजबुल्लाह लड़ाका समूह सहित क्षेत्र में अन्य संगठनों को हथियार आपूर्ति करने के तेहरान के प्रयासों में भारी रूप से शामिल थे।
इस बीच, मिस्र के दो सुरक्षा सूत्रों ने सोमवार को रॉयटर्स को बताया कि हमास ने मिस्र के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है जिसमें स्थायी युद्धविराम के बदले में गाजा पट्टी में सत्ता छोड़ने की बात कही गई थी। हमास ने 7 अक्टूबर को पकड़े गए अधिक बंधकों की संभावित रिहाई के अलावा किसी भी रियायत की पेशकश को खारिज कर दिया।
इजराइली लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के यरुशलम स्थित आवास के बाहर फिर से प्रदर्शन किया। इनमें वो लोग ज्यादा हैं, जिनके परिवारों के या रिश्तेदार बतौर बंधक हमास के कब्जे में है। प्रदर्शनकारियों ने गजा में अमन-चैन कायम करने और अमेरिका के प्रभाव से बाहर निकलने के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक इजराइल अमेरिका के चंगुल से नहीं निकलेगा, तब तक गजा में शांति नहीं होगी।
इजराइल के ताजा हमले में मध्य गाजा में कम से कम 68 लोग मारे गए। एपी के अनुसार, एक अस्पताल के पास परेशानहाल फिलिस्तीनियों को एक बच्चे सहित मृतकों को ले जाते देखा गया। यह हमला अल-बलाह के पूर्व में मगज़ी शरणार्थी शिविर पर हमले के बाद हुआ बड़ा हमला है। अस्पताल के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, 68 मौतों में कम से कम 12 महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं।
इजराइल हमास युद्ध ने पूरे गजा को तबाह कर दिया है। लगभग 20,400 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और क्षेत्र के करीब 25 लाख लोग विस्थापित हो गए। यह युद्ध 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास के हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 1,200 इजराइली मारे गए और 240 को बंधक बना लिया गया।