ईरान में 22 साल की लड़की महसा अमिनी की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई है। आरोप है कि हिरासत में उनके साथ मारपीट के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें ईरान की मोरलिटी पुलिस यानी हिंदी में कहें तो 'नैतिकता बघारने वाली पुलिस' ने हिरासत में रखा था। महसा अमिनी का गुनाह इतना था कि उन्होंने कथित तौर पर ग़लत तरीक़े से हिजाब पहना था। उन्होंने अपने बालों को पूरी तरह से ढका नहीं था।
ईरान में हिजाब क्यों जला रही हैं महिलाएँ?
- दुनिया
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- 19 Sep, 2022
हिजाब को लेकर ईरान में बहुत बड़ा बवाल मचा है। महिलाओं ने हिजाब के ख़िलाफ़ अभियान छेड़ दिया है। आख़िर एकाएक ऐसा क्या हो गया कि ईरान में महिलाएँ इतना मुखर होकर सामने आ रही हैं?

यानी पुलिस के ही अनुसार उन्होंने हिजाब तो पहना था, लेकिन पहनने का तरीक़ा 'गड़बड़' था। इसी वजह से उनकी जान चली गई। अब अमिनी के साथ हुई इस घटना के बाद ईरान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इसमें ईरानी महिलाएँ सार्वजनिक रूप से अपने हिजाब को हटाकर जला रही हैं। सोशल मीडिया पर महिलाएँ विरोध में अपने बाल काट रही हैं।