Israel attack Hamas in Doha: इसराइल ने दोहा में हमास लीडरशिप पर हमला किया। इसराइली हवाई हमले की व्यापक निंदा दुनिया के कई देशों ने की। उन्होंने इसे कतर की संप्रभुता पर हमला बताया। हमले की वजह से युद्धविराम पर बातचीत खतरे में पड़ गई है।
दोहा में हमास पर इसराइल ने हमला किया
क़तर की राजधानी दोहा में मंगलवार (9 सितंबर) को इसराइली हवाई हमले की दुनिया भर में तीखी निंदा हो रही है। यह हमला हमास नेताओं को निशाना बनाकर किया गया। हमले को कतर की संप्रभुता का घोर उल्लंघन माना गया। क़तर, इसराइल और हमास के बीच युद्धविराम बातचीत में महत्वपूर्ण मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। इसके अलावा अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा अल उदेद एयर बेस भी क़तर में स्थित है। यह पहली बार है जब इसराइल ने क़तरी धरती पर हमला किया है।
इसराइल ने मंगलवार को कतर की राजधानी में हमास लीडरशिप पर एक जबरदस्त हमला किया, जो ग़ज़ा सीज़फायर बातचीत में एक प्रमुख मध्यस्थ रहा है। हमास ने कहा कि हमले में पाँच सदस्य मारे गए, लेकिन जो लीडरशिप सीज फायर पर बात कर रहा है, उसका कोई सदस्य नहीं मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि हमले में एक क़तरी सुरक्षा अधिकारी की भी मौत हो गई। इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला "ग़ज़ा में युद्ध की समाप्ति का रास्ता खोल सकता है।"
क़तरी विदेश मंत्रालय ने इसे "कायरतापूर्ण इसराइली हमला" बताते हुए कड़ी निंदा की है। हमले में हताहतों के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यह बातचीत प्रक्रिया को पटरी से उतारने वाला कदम माना जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हवाई हमलों को "क़तर की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का घोर उल्लंघन" करार देते हुए सभी पक्षों से स्थायी युद्धविराम की दिशा में काम करने की अपील की। उन्होंने कहा, "इससे युद्धविराम की संभावनाओं को नष्ट करने का काम हो रहा है।"
सऊदी अरब ने इसराइल की निन्दा की
क्षेत्रीय देशों ने एकजुट होकर इसकी आलोचना की। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने "क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन" को सबसे कड़े शब्दों में नकारा और इसराइल के कदमों से "गंभीर परिणाम" की चेतावनी दी। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा, "युद्धविराम वार्ताओं के दौरान हमास प्रतिनिधिमंडल को निशाना बनाना साबित करता है कि इसराइल शांति नहीं, बल्कि युद्ध जारी रखना चाहता है। यह इसराइल की "विस्तारवादी राजनीति और राज्य-नीति के रूप में आतंकवाद" का प्रमाण है।यूएई, कुवैत और जॉर्डन का कड़ा बयान
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने "इसराइली हमले को धोखे से किया गया हमला" बताकर निंदा की, जबकि राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार अनवर गारगाश ने कहा, "अरब खाड़ी देशों की सुरक्षा अविभाज्य है, हम पड़ोसी देश क़तर के साथ पूरे दिल से खड़े हैं।" कुवैत ने "अन्यायपूर्ण इसराइली सेनाओं द्वारा कतर पर क्रूर आक्रमण" की कड़ी निंदा की। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इसे "अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन" बताया, जो "क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली खतरनाक उकसावा" है।ईरान और इराक ने इसराइली हमले को हत्या अपराध कहा
ईरान ने हमले को "घोर उल्लंघन" करार दिया, जबकि ईरानी प्रवक्ता इस्माइल बाकई ने इसे "अत्यंत खतरनाक और आपराधिक कार्रवाई" कहा जो "क़तर की राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन" है। इराक़ ने इसे "कायरतापूर्ण कृत्य" बताते हुए कतर के आक्रमण का सामना करने में पूर्ण समर्थन जताया। फिलिस्तीन के उपराष्ट्रपति हुसैन अल-शेख ने "बहन देश कतर पर इसराइली हमले" की कड़ी निंदा की, जबकि गाजा के सरकारी मीडिया कार्यालय के निदेशक इस्माइल अल-थवाबता ने इसे "मध्यस्थ राज्य दोहा के दिल में कायर हत्या अपराध" कहा।ज़ायोनी खतरा हर देश के लिए, एकजुटता ज़रूरीः यमन
यमन के हूती समूह के सर्वोच्च राजनीतिक परिषद प्रमुख महदी अल-मशात ने चेतावनी दी, "दोहा में जो हुआ, वह अन्य देशों में दोहराया जाएगा यदि हम सभी ज़ायोनी खतरे का सामना करने के लिए एकजुट न हुए।" मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इसे "कायराना और अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन" बताते हुए इसराइल को जवाबदेह ठहराने के लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की मांग की।अमेरिका की ओर से अभी तक कोई तत्काल टिप्पणी नहीं आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला न केवल युद्धविराम वार्ताओं को प्रभावित करेगा, बल्कि क्षेत्रीय हिंसा को बढ़ावा देकर अंतरराष्ट्रीय स्थिरता को खतरे में डाल सकता है। कतर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसराइल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा जताई है।