loader
ग़ज़ा में इजराइली बमबारी सोमवार को भी जारी है।

इजराइल-हमास युद्धः ईरान ने चीन से बात की, फ्रांस की वित्त मंत्री लेबनान में

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने ग़ज़ा पट्टी में चल रहे नरसंहार को खत्म करने के लिए चीन से हस्तक्षेप का आह्वान किया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ रविवार को एक फोन कॉल में, अमीर अब्दुल्लाहियन ने कहा कि फिलिस्तीन में चल रहे संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के संबंध में अपनी जिम्मेदारियों को संभालने की जरूरत है।

हालांकि, आधिकारिक आईआरएनए (इरना) समाचार एजेंसी ने कहा कि ईरानी विदेश मंत्री ने चीन से इजराइली शासन को ग़ज़ा में नागरिकों पर हमला करने से रोकने के लिए अपनी राजनयिक क्षमता का उपयोग करने के लिए कहा।
ताजा ख़बरें

हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और वांग के बीच फोन कॉल ईरान के विदेश मंत्री के इराक, सीरिया, लेबनान और कतर के दौरे से लौटने के ठीक बाद हुई। अब्दुल्लाहियन ने अपने क्षेत्रीय दौरे के दौरान इजराइल विरोधी प्रतिरोध समूहों के नेताओं से बेरूत में मुलाकात के बाद कहा कि अगर इजराइल ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ अपनी आक्रामकता बंद नहीं की तो गाजा में संघर्ष अन्य क्षेत्रों और देशों में फैल जाएगा। ईरान ने यह भी कहा कि अगर ग़ज़ा में इजराइली सेना प्रवेश करती है तो उस क्षेत्र में सक्रिय हमारे सहयोगी (हिजबुल्लाह) इजराइल को जवाब देने में जरा भी संकोच नहीं करेंगे। कहा जा रहा है कि ईरान की इस सीधी धमकी के बाद अमेरिका मामूली नरम पड़ता दिखाई दे रहा है।

फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना लेबनान जाने से पहले रविवार को इजराइल में उन फ्रांसीसी-इजराइली नागरिकों से मुलाकात की जिनके रिश्तेदार हमास के हमले के बाद से लापता हैं। कोलोना सोमवार को बेरूत में लेबनानी नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं। उनका दौरा भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे प्रयासों का नतीजा है।
फ़्रांस ने इज़राइल के उत्तरी मोर्चे पर तनाव को रोकने के प्रयास में लेबनानी नेताओं के साथ अपने संपर्क बढ़ा दिए हैं। पत्रकारों के साथ एक ब्रीफिंग में, एक वरिष्ठ फ्रांसीसी राजनयिक सूत्र ने कहा कि फ्रांस इजराइल-लेबनान सीमा पर तनाव को "बेहद चिंताजनक" मानता है और ईरान और हिजबुल्लाह से "क्षेत्र में दूसरे मोर्चे को रोकने के लिए अनिवार्य रूप से संयम दिखाने" का आह्वान किया।"

और बाकी देश क्या कर रहे हैं

  • अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) क्षेत्र में कई दिनों का कूटनीति दौरा करने के बाद "आगे के रास्ते के बारे में" बात करने के लिए इज़राइल लौट आए हैं।
  • जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला बर्लिन में जर्मन राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं।
  • ग़ज़ा में युद्धविराम के लिए एक मसौदा प्रस्ताव प्रसारित करने के बाद रूस ने बहस और वोट के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का अनुरोध किया है।
  • जापान भी मौजूदा संघर्ष के समाधान में मध्यस्थता के लिए मिडिल ईस्ट में एक विशेष दूत भेज रहा है।
  • 56 मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी की 18 अक्टूबर को जेद्दा बैठक के लिए सऊदी अरब ने संपर्क करना शुरू कर दिया है। यह बैठक बुलाने की मांग ईरान ने की थी। ओआईसी का अध्यक्ष इस समय सऊदी अरब है।

मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम का कहना है कि वह फिलिस्तीनी लड़ाके हमास की निंदा करने के पश्चिमी दबाव से सहमत नहीं हैं। अनवर ने मलेशिया की संसद को बताया कि मलेशिया का नीतिगत तौर पर हमास के साथ रिश्ता है और यह जारी रहेगा।


आज कहां-कहां प्रदर्शन

इजराइल के खिलाफ युद्ध अपराध का आरोप लगाते हुए दुनिया के तमाम देशों में प्रदर्शनों का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहेगा। मुस्लिम देशों के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, जर्मनी, कनाडा में इजराइल के खिलाफ प्रचंड प्रदर्शन हुए हैं। 
  • युद्ध विराम की मांग को लेकर व्हाइट हाउस के बाहर इफ नॉट नाउ समूह ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
  • आर्थिक स्वतंत्रता सेनानी समूह ने दक्षिण अफ्रीका में इज़राइल के दूतावास पर एक एकजुटता रैली बुलाई है।
  • फिलीस्तीनियों के समर्थन में एकजुटता रैली ट्यूनिस में होने जा रही है।

दुनिया से और खबरें

ताजा हालात

ग़ज़ा के ताजा हालात बदतर बने हुए हैं। राहत और बचावकर्मियों का कहना है कि इजराइली हवाई हमलों से नष्ट हुई ग़ज़ा की इमारतों के मलबे में 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी लापता हैं। यूएन  ने चेतावनी दी है कि ग़ज़ा अस्पतालों का ईंधन का आखिरी भंडार शायद कुछ घंटों में खत्म हो जाएगा। इजराइल के तमाम मंत्री ग़ज़ा में किसी भी तरह की राहत सामग्री भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं।

सैकड़ों लोग रफ़ा क्रॉसिंग पर जमा हो गए हैं, इस उम्मीद में कि इसे खोला जाएगा। वे ग़ज़ा पट्टी छोड़ने को तैयार हैं। विदेशी और दोहरी नागरिक रखने वाले अपनी सरकारों से निकासी व्यवस्था की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जॉर्डन और तुर्की द्वारा भेजी गई मानवीय सहायता रफ़ा क्रॉसिंग पर अटकी हुई है और प्रवेश के लिए  इजराइली मंजूरी का इंतजार कर रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें