दुबारा राष्ट्रपति चुने जाने की डोनल्ड ट्रंप की उम्मीदें लगातार हिचकोले खा रही हैं। एक ओर ताज़ा सर्वेक्षणों में डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन की बढ़त बढ़ती जा रही है, तो दूसरी तरफ़ अप्रैल, 2018 से सितंबर, 2019 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जॉन बोल्टन अपनी किताब में ख़तरनाक दावे कर रहे हैं। यह किताब अगले सप्ताह प्रकाशित होनेवाली है। उसके अंश विभिन्न अमेरिकी अख़बारों में छपे हैं। किताब को रोकने के लिए न्याय विभाग ने मुक़दमा दायर कर दिया है।
‘ट्रंप ने चुनाव जीताने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से माँगी थी मदद’
- दुनिया
- |
- |
- 18 Jun, 2020

‘द रूम व्हेयर इट हैपेंड’ शीर्षक किताब में बोल्टन ने कई बड़े ख़ुलासे किए हैं। ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में छपे अंश में बताया गया है कि दुबारा चुनाव जीतने में मदद के लिए ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आग्रह किया था।
सरकार का कहना है कि इस किताब में गोपनीय सूचनाएँ हैं। इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कह दिया था कि प्रकाशन के बाद बोल्टन को बहुत मुश्किल हो सकती है। उनका कहना है कि राष्ट्रपति के रूप में उनसे हुई हर बातचीत को वे बहुत गोपनीय समझते हैं और उस बातचीत को प्रकाशित करना क़ानून तोड़ना है। इससे पहले जनवरी में ही राष्ट्रपति के कार्यालय ने बोल्टन से गोपनीय सूचनाओं को हटाने के लिए कहा था, जिसे उन्होंने मानने से इनकार कर दिया था। तब राष्ट्रपति ने एक ट्वीट में लिखा था कि उन्होंने बोल्टन को कभी नहीं बताया था कि यूक्रेन को दी जा रही सहायता का कोई संबंध डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े लोगों की हो रही जाँच से है। इस जाँच के दायरे में जो बाइडेन और उनके बेटे भी हैं। यूक्रेन का मसला ट्रंप के ख़िलाफ़ लाए गए महाभियोग के आरोपों में बहुत अहम था।