यूक्रेन पर हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ कई शहरों में जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि रूस को आर्थिक रूप से पूरी तरह अलग-थलग कर दिया जाए। दूसरी ओर रूस पर लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके वह आगे बढ़ रहा है और उसकी सेनाएं यूक्रेन की राजधानी कीव के अंदर दाखिल हो गई हैं। 

पुतिन के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन लंदन, बेरूत, लॉस एंजेलिस, मॉस्को, टोक्यो, जेरूसलम आदि शहरों में हुए हैं। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे हैं। 

कीव शहर के अंदर लगातार सायरन बज रहे हैं। कीव में कई जगहों पर रूस की ओर से मिसाइल दागी गई हैं और बमबारी हुई है। रूस ने यूक्रेन के कई सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है लेकिन यूक्रेन का कहना है कि उसकी सेनाओं ने भी इसका भरपूर जवाब दिया है।
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अकेला पड़ गया यूक्रेन 

यूक्रेन इस लड़ाई में अकेला पड़ता दिख रहा है क्योंकि उसे अमेरिका और नैटो देशों की ओर से किसी तरह का सैन्य सहयोग नहीं मिला है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलिदीमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें रूस से किसी तरह का डर नहीं है। राष्ट्रपति ने कहा है कि वह कीव को छोड़कर नहीं जाएंगे और रूस उन्हें अपना नंबर एक दुश्मन मानता है। 
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उन्होंने कहा कि यूक्रेन अपनी हिफाजत करता रहेगा। राष्ट्रपति ने पश्चिमी देशों से रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने के अलावा कुछ और ज्यादा क़दम उठाने की भी मांग की। 

जान बचाने को भाग रहे लोग 

युद्ध के बीच यूक्रेन से लगातार लोग भागकर नजदीकी देशों पोलैंड आदि में शरण ले रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग मेट्रो स्टेशन, बंकरों आदि में छुप गए हैं। इससे पता चलता है कि लोग जबरदस्त खौफ में हैं।