अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े के बाद सऊदी अरब की लंबी चुप्पी बेहद रहस्यमय और विस्मयकारी है। यह वही सऊदी अरब है, जिसके पैसे से चलने वाले मदरसों से निकले हुए छात्रों ने बहावी इसलाम को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया और खुद को तालिबान (छात्र) घोषित कर दिया।