सरकार गठन पर तालिबान के प्रतिद्वंद्वी गुटों में विवाद की रिपोर्टों के बीच अब नया फ़ॉर्मूला सामने आया है। इसके तहत बेहद कम चर्चित नेता को अफ़ग़ानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि तालिबान नेता मुल्ला हसन अखुंद को इस पद पर बैठाया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी सूची में शामिल अखुंद को प्रधानमंत्री के रूप में इसलिए चुने जाने की संभावना है क्योंकि तालिबान के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विवाद है और उन गुटों में समझौते के तहत इनका नाम आया है। नया फॉर्मूला बनाने में पाकिस्तान की भी भूमिका बताई जा रही है। तीन दिन पहले ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के प्रमुख आईएसआई भी काबुल पहुँचे थे।
पाक की मदद से अफ़ग़ान में नया फॉर्मूला; कम चर्चित चेहरा पीएम संभव: रिपोर्ट
- दुनिया
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- 7 Sep, 2021
अफ़ग़ानिस्तान में सरकार गठन का नया फॉर्मूला आया है। क्या पाकिस्तान ने यह नया फॉर्मूला दिया? अब रिपोर्ट है कि बेहद कम चर्चित नेता मुल्ला हसन अखुंद को अफ़ग़ानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।

समझा जाता है कि तालिबान के ही कई गुटों के बीच मतभेद हैं और इसीलिए अब तक सरकार का गठन नहीं हो पाया है। हाल ही ख़बर आई थी कि सत्ता के सबसे बड़े दावेदार मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर तालिबान के ही सहयोगी हक्कानी नेटवर्क के साथ संघर्ष में घायल हो गए थे। यह संघर्ष कथित तौर पर उस शुक्रवार को ही हुआ जिस दिन की नमाज़ के बाद सरकार गठन की घोषणा होने वाली थी। तब ख़बर आई थी कि सरकार गठन की घोषणा अब बाद में की जाएगी।