तालिबान से भले ही अमेरिका वार्ता कर रहा है, पाकिस्तान जैसे देश उसे गुपचुप समर्थन दे रहे हैं या इमरान ख़ान कथित तौर पर तालिबान को आम नागरिक बता रहे हों, लेकिन तालिबान लगता है अभी भी नहीं बदला है। पहले जैसी ही नृशंस हत्याएँ। वही क्रूरता। दकियानूसी महिला विरोधी मानसिकता। ताज़ा मामला एक कॉमेडियन की नृशंस हत्या का है। एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले तालिबान ने रायटर्स के भारतीय पत्रकार की हत्या कर दी थी। हाल में 22 निहत्थे अफ़ग़ानी सैनिकों की बर्बर तरीक़े से हत्या की ख़बर आई थी।