तेल अवीव के होस्टेज स्क्वायर और बेगिन रोड पर हजारों इसराइलियों ने ग़ज़ा में बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन किया। टाइम्स ऑफ इसराइल के मुताबिक पीएम नेतन्याहू की युद्ध नीतियों के खिलाफ तीन सप्ताह बाद तेलअवीव में शनिवार देर रात यह पहला बड़ा प्रदर्शन हुआ। इसराइल और ईरान के बीच हाल ही में खत्म हुए 12-दिवसीय युद्ध के बाद यह पहला प्रदर्शन था। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से ग़ज़ा में संघर्ष को खत्म करने और 50 बचे हुए बंधकों को वापस लाने के लिए "साहसिक फैसला" लेने की मांग की।

होस्टेज चौक पर पूर्व बंधक का भाषण

पूर्व बंधक लिरी अल्बाग, जो जनवरी-मार्च में एक संक्षिप्त युद्धविराम के दौरान हमास की कैद से रिहा हुई थीं, ने होस्टेज स्क्वायर पर लगभग 2,000 लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए भावनात्मक भाषण दिया। उन्होंने अपनी कैद की भयावह यादों को साझा करते हुए कहा, "वहां हर सेकंड मौत नाचती है। इंतजार खत्म नहीं होता।" अल्बाग ने नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से अपील की कि "जिस तरह आपने ईरान पर फैसला लिया, वैसे ही अब ग़ज़ा में लड़ाई खत्म करने और सभी को वापस लाने का साहसिक निर्णय लें।" उन्होंने बताया कि कैद में उन्हें और अन्य बंधकों को रोज़ाना खजूर और आधा कटोरा चावल खाने को दिया जाता था।

होस्टेज स्क्वायर पर पूर्व बंधक लिरी अल्बाग का भाषण

आईडीएफ मुख्यालय के बाहर भी प्रदर्शन 

दूसरी ओर, बेगिन रोड पर IDF (इसराइल डिफेंस फोर्सेज) मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर लगभग 1,500 प्रदर्शनकारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। इस क्षेत्र में हाल ही में एक ईरानी मिसाइल हमले के कारण क्षति पहुंची थी, जिसके चलते आसपास की दुकानें और कैफे अभी तक बंद हैं। बंधक ईटान हॉर्न के पिता और रिहा बंधक इयार हॉर्न के पिता, इट्जिक हॉर्न ने कहा, "ईरान में हमने जो किया वह शानदार था, लेकिन हम 7 अक्टूबर की नाकामी को न भूलेंगे और न माफ करेंगे।" उन्होंने नेतन्याहू सरकार पर बंधकों के मुद्दे को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
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हाल के दिनों में, यरुशलम और वाशिंगटन के बीच ग़ज़ा युद्ध को समाप्त करने और सभी 50 बंधकों को वापस लाने के लिए एक समझौते की दिशा में प्रयासों की चर्चा चल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक एक युद्धविराम पर समझौता हो सकता है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू सरकार पर बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता न देने और युद्ध को अनावश्यक रूप से लंबा खींचने का आरोप लगाया। होस्टेज स्क्वायर पर मौजूद कई लोगों ने बैनर और तख्तियां उठाईं, जिन पर लिखा था, "युद्ध खत्म करो, बंधकों को घर लाओ।" प्रदर्शन में शामिल लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए यह संदेश दिया कि बंधकों की रिहाई और युद्ध का अंत उनकी पहली प्राथमिकता है। प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू पर कई गंभीर आरोप लगाए।
यह प्रदर्शन ग़ज़ा में चल रहे संघर्ष और बंधक संकट के प्रति इसराइली जनता की बढ़ती बेचैनी को दर्शाता है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार को अब निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है ताकि बंधकों को सुरक्षित वापस लाया जा सके और क्षेत्र में शांति स्थापित हो। इसराइल ईरान युद्ध से पहले भी आए दिन नेतन्याहू के खिलाफ इसराइल में प्रदर्शन हो रहे थे। कई बार तो प्रदर्शनकारी पीएम के सरकारी आवास तक जा पहुंचे थे।

नेतन्याहू को हटाओः पूर्व पीएम बेनेट

इसराइल के चैनल 12 के साथ एक इंटरव्यू में, पूर्व इसराइली प्रधानमंत्री नफ़्ताली बेनेट ने कहा कि नेतन्याहू "20 वर्षों से सत्ता में हैं", यह इसराइल के लिए ठीक नहीं है। नेतन्याहू इसराइली समाज में विभाजन के लिए सबसे ज्यादा ज़िम्मेदार हैं।" बेनेट ने शनिवार को जारी इंटरव्यू में कहा- नेतन्याहू के नेतृत्व में इसराइल के अंदर दरार बढ़ रही है। हालांकि उनके पास एक मजबूत समर्थन आधार है, लेकिन कट्टर विरोधी भी हैं। जो उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं। लोग ग़ज़ा पर इसराइल के युद्ध से निपटने के उनके तरीके से नाराज़ हैं। 

इसराइल के पूर्व पीएम नफ़्ताली बेनेट

पूर्वप्रधान मंत्री ने कहा कि नेतन्याहू को "जाना चाहिए"। बेनेट एक दक्षिणपंथी नेता हैं, जिन्होंने 2021 में नेतन्याहू के आलोचकों के साथ मिलकर गठबंधन बनाया। जिसने उन्हें लगातार 12 वर्षों तक शीर्ष पर रहने के बाद प्रधानमंत्री पद से हटा दिया। लेकिन बेनेट के नेतृत्व वाली नाजुक गठबंधन सरकार, वर्तमान विपक्षी प्रमुख यायर लैपिड के साथ लगभग एक साल बाद गिर गई। इसके बाद अचानक चुनाव हुए और नेतन्याहू ने दक्षिणपंथी और अति-रूढ़िवादी यहूदी दलों के समर्थन से पुनः प्रधानमंत्री का पद संभाला।
हाल ही में इसराइल के विपक्षी दलों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांग की थी ग़ज़ा युद्ध अब बंद होना चाहिए। बंधकों को वापस लाने के लिए नेतन्याहू को कदम उठाना चाहिए। इसराइल के विपक्ष ने कहा कि ईरान से युद्ध में जो भी समझौता हुआ है, वो इसराइल के लोगों को बताया जाना चाहिए। सरकार की पहली प्राथमिकता ग़ज़ा में फौरन युद्ध बंद करना होना चाहिए। 

ट्रंप ने नेतन्याहू की फिर की वकालत 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चंद दिनों में दूसरी बार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमे की निंदा की। उन्होंने दावा किया कि यह ग़ज़ा और ईरान के साथ सौदे करने के प्रयासों को नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने इसे "इंसाफ का मजाक" कहा। ट्रंप ने इसराइल को अरबों डॉलर की अमेरिकी सहायता पर प्रकाश डाला और फिर घोषणा की, "हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे" और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घरेलू उपनाम "बीबी को जाने दें" का आह्वान किया। ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "यह भयानक है कि वे इसराइल में बीबी नेतन्याहू के साथ क्या कर रहे हैं।"
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बीबी को युद्ध नायक बताया

ट्रंप ने लिखा है कि "बीबी एक युद्ध नायक हैं और एक ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने ईरान में खतरनाक परमाणु खतरे से छुटकारा पाने में बड़ी सफलता पाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मिलकर शानदार काम किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि वह अभी हमास के साथ एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें बंधकों को वापस लाना भी शामिल है।" विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप का दूसरी बार नेतन्याहू के पक्ष में बयान देने का मतलब यही है कि वो इसराइल में नेतन्याहू  विरोधी माहौल को बदलने के लिए यह सब कर रहे हैं।