Trump Nominee Paul Ingrassia: राष्ट्रपति ट्रंप के खास और नाज़ी समर्थक विचारों वाले पॉल इंग्रासिया की भारतीयों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी सामने आने के बाद विवाद छिड़ गया है। व्हाइट हाउस में सलाहकार के तौर पर उनके नामांकन पर रोक लगने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पॉल इंग्रासिया को व्हाइट हाउस के विशेष परामर्शदाता दफ्तर का नेतृत्व करने के लिए चुना है। लेकिन पॉल इंग्रासिया के विवादास्पद नस्लवादी विचारों और नाजी समर्थक बातों ने अमेरिकी सीनेट में हंगामा मचा दिया है। इंग्रासिया के पुराने सोशल मीडिया पोस्ट और बयानों में भारतीयों के लिए नफरत भरे शब्दों का इस्तेमाल सामने आया है। इसके बाद सीनेट द्वारा उन पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, इंग्रासिया ने एक पुराने ट्वीट में भारतीयों को "अविश्वसनीय" बताते हुए लिखा था, "एक भी भारतीय पर कभी भरोसा नहीं करें।" यह बयान न केवल नस्लवादी है, बल्कि उनकी व्यापक नफरत फैलाने वाली विचारधारा का हिस्सा लगती है। इसके अलावा, उनके सोशल मीडिया इतिहास में नाजी विचारधारा से प्रेरित पोस्ट भी मिले हैं, जिनमें अडोल्फ हिटलर की तारीफ और यहूदी-विरोधी टिप्पणियां शामिल हैं। इन खुलासों ने अमेरिकी राजनीतिक हलकों में आक्रोश पैदा कर दिया है, खासकर उन सांसदों के बीच जो विविधता और धर्मनिरपेक्षता के पक्षधर हैं।
सीनेट डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने इस मामले को "अमेरिकी मूल्यों के खिलाफ सीधी चुनौती" करार देते हुए कहा, "ऐसे व्यक्ति को सरकारी पद पर नियुक्त करना अस्वीकार्य है। सीनेट को तुरंत इस नामांकन को रद्द करने पर विचार करना चाहिए।" रिपब्लिकन पक्ष से भी कुछ आवाजें उठी हैं, हालांकि ट्रंप समर्थक अभी चुप्पी साधे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला ट्रंप प्रशासन की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर सकता है, जहां विवादास्पद उम्मीदवारों को अक्सर संरक्षण मिलता रहा है।
इंग्रासिया का नामांकन विदेश विभाग में एक उच्च पद के लिए था, जहां वे दक्षिण एशिया नीतियों से जुड़े मुद्दों पर काम करने वाले थे। भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडियन ओरिजिन (AAPI) के अध्यक्ष ने कहा, "यह न केवल भारतीयों के खिलाफ है, बल्कि अमेरिका की बहुलवादी भावना के विरुद्ध है।"
व्हाइट हाउस ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सीनेट की सुनवाई अगले सप्ताह निर्धारित है, जहां इंग्रासिया को अपने विचारों की सफाई देनी पड़ सकती है। यदि सीनेट कार्रवाई करती है, तो यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली बड़ी हार हो सकती है।
पॉल इंग्रासिया कौन हैं?
1995 में जन्मे अमेरिकी वकील और राजनीतिक टिप्पणीकार, पॉल इंग्रासिया, न्याय विभाग में कुछ समय तक काम करने के बाद, इस साल फरवरी से संयुक्त राज्य अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग में व्हाइट हाउस के संपर्क अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कॉर्नेल लॉ स्कूल से 2022 में ग्रैजुएट की डिग्री प्राप्त की। इंग्रासिया ने कथित तौर पर ट्रंप के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस में इंटर्नशिप की थी, और उनके अपने शब्दों में, "राष्ट्रपति ट्रंप के पसंदीदा लेखक" हैं। 30 वर्षीय इंग्रासिया एक सबस्टैक चलाते हैं जिसे कथित तौर पर ट्रंप द्वारा अप्रैल 2024 से पढ़ा जा रहा है।
इंग्रासिया विवादों से भी अछूते नहीं हैं
रिपब्लिकन वकील की सीनेट सुनवाई इस साल जुलाई में होनी थी, लेकिन कथित तौर पर इंग्रासिया के एंड्रयू टेट और निक फ्यूएंट्स जैसे अति-दक्षिणपंथी लोगों के साथ संबंधों को लेकर चिंताओं के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके अलावा, 30 वर्षीय इंग्रासिया पर हाल ही में यौन उत्पीड़न का आरोप भी लगा था। इंग्रासिया के साथ यात्रा करने वाली एक महिला ने आरोप लगाया था कि उसने उसे अपने साथ कमरा साझा करने के लिए मजबूर करने के लिए उसकी बुकिंग रद्द कर दी थी। हालाँकि, बाद में यह आरोप वापस ले लिया गया और इंग्रासिया ने कहा है कि वो "किसी भी गलत काम में शामिल नहीं थे।"
यह घटना अमेरिकी राजनीति में नस्लवाद के बढ़ते मुद्दों को उजागर करती है, जहां सोशल मीडिया के पुराने पोस्ट उम्मीदवारों के भविष्य को प्रभावित कर रहे हैं।