यूक्रेन के स्पाइडर वेब हमले में रूस को क़रीब 7 बिलियन डॉलर का नुक़सान हुआ है। माना जा रहा है कि रूस के एक तिहाई से ज़्यादा मिसाइल ढोने वाले जहाज़ बर्बाद हो गये हैं। इस हमले का प्रभाव इतना ज़्यादा है कि इसे दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका के पर्ल हार्बर पर हुए हमले के जैसा माना जा रहा है। इस हमले में ऐसा क्या हुआ है कि इस ऑपरेशन स्पाइडर वेब की तुलना पर्ल हार्बर से की जा रही है? आइए जानते हैं।
रूस का पर्ल हार्बर! यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब ने मचाया कहर
- दुनिया
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- 2 Jun, 2025
यूक्रेन के 'ऑपरेशन स्पाइडर वेब' ने रूसी सैन्य प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुँचाया है। इसे रूस के लिए 'नया पर्ल हार्बर' कहा जा रहा है। जानिए इस हमले की रणनीति, प्रभाव और वैश्विक प्रतिक्रियाएं।

ऑपरेशन स्पाइडर वेब यूक्रेन का एक बड़ा और बहुत सोचा-समझा सैन्य हमला था, जिसे 1 जून को अंजाम दिया गया। यूक्रेन ने रूस के पांच सैन्य हवाई अड्डों पर ड्रोन से हमला किया। बताया जा रहा है कि इन हमलों में रूस के 41 लड़ाकू विमान नष्ट हो गए, जिनमें बड़े-बड़े मिसाइल क्रूज विमान जैसे टीयू-95, टीयू-22 एम3 और ए-50 शामिल थे। इस हमले के बारे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की का कहना था कि यह काम यूक्रेन ने अकेले किया। इसमें किसी भी और देश की मदद नहीं ली गई है। दरअसल, इस ऑपरेशन की सबसे खास बात इसकी गोपनीयता थी। यूक्रेन पिछले डेढ़ साल से इसकी तैयारी कर रहा था। हमले में इस्तेमाल किये गये ड्रोन को चुपके से रूस ले जाया गया। इन्हें लकड़ी के डिब्बों में छिपाकर ट्रकों में रखा गया था। इन डिब्बों के पल्ले रिमोट से खुलने वाले थे, इनसे बाहर निकलकर ड्रोन ने रूसी हवाई अड्डों पर हमला किया। कमाल की बात यह थी कि रूस के डिफेन्स सिस्टम को इसके बारे में भनक तक नहीं मिल पाई।