loader

ट्रंप को बड़ी राहत, महाभियोग के तहत लगे आरोपों से हुए दोष मुक्त

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को चुनाव से पहले बड़ी राहत मिली है। उन्हें सेनेट के द्वारा महाभियोग के तहत लगाये गये सभी आरोपों से दोष मुक्त कर दिया गया है। ट्रंप पर अपनी ताक़तों का दुरुपयोग करने और कांग्रेस (संसद) को बाधित करने का आरोप था। ट्रंप ने महाभियोग की कार्रवाई को पूरी तरह पक्षपातपूर्ण बताया था और डेमोक्रेट्स (रिपब्लिकन ट्रंप के विपक्षी सांसद) पर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के लिये महाभियोग का प्रस्ताव लाने का आरोप लगाया था। अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं। 

रिपब्लिकन के पास ठोस सबूत होने के बावजूद ट्रंप महाभियोग से बच निकलने में सफल रहे। सेनेट ने ताक़त के दुरुपयोग के आरोप को 52-48 से जबकि कांग्रेस (संसद) को बाधित करने के आरोप को 53-47 से खारिज किया। 

ताज़ा ख़बरें
ट्रंप पर आरोप था कि अपने पद का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित उम्मीदवारों की छवि ख़राब करने के लिए यूक्रेन से गैर-क़ानूनी रूप से मदद मांगी और इसका इस्तेमाल वह अपने चुनाव प्रचार के दौरान कर सकते थे। ट्रंप पर दूसरा आरोप यह है कि उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए यूक्रेन को मिलने वाली आर्थिक मदद को रोक दिया और दस्तावेजों को दबाकर, सफेद झूठ और वाक छल का इस्तेमाल करके कांग्रेस को बाधित किया। अमेरिकी संविधान के मुताबिक़, ये दोनों ही ऐसे अपराध हैं, जिनके सिद्ध होने पर राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है। 
दुनिया से और ख़बरें

अमेरिकी इतिहास में यह तीसरा मौक़ा था जब राष्ट्रपति को हटाने का महाभियोग सेनेट को भेजा गया था। ट्रंप से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन के ख़िलाफ़ 1868 में और बिल क्लिंटन के ख़िलाफ़ 1998 में महाभियोग लगाया गया था लेकिन अब तक किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति को महाभियोग द्वारा पद से हटाया नहीं जा सका है। 

श्वेत वर्चस्ववाद के हैं समर्थक

अमेरिका में ट्रंप और उनकी रिपब्लिकन पार्टी श्वेत वर्चस्ववाद की समर्थक है। ट्रंप का मानना है कि अमेरिका में सिर्फ श्वेतों को ही सच्चे नागरिक के रूप में समझा जा सकता है और बाहर से आने वाले महज परिस्थितिजन्य अमेरिकी हैं। इसी मान्यता के चलते ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस की चार ग़ैर-श्वेत महिला सदस्यों को अपने देश लौट जाने के लिए कह दिया था। उन्होंने बिना वारंट के छापा मारने को मंजूरी दी थी ताकि करीब 110 लाख ऐसे लोगों का प्रत्यर्पण किया जा सके, जिनके पास अमेरिकी दस्तावेज नहीं हैं, हालांकि ये लोग वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं। 

विवादित बयानों के लिये रहे हैं चर्चित

पिछले नवंबर में ट्रंप ने धमकी दी थी कि अमेरिका में जन्म लेने मात्र से नागरिकता मिलने की गारंटी ख़त्म की जा सकती है। जबकि अमेरिकी संविधान का 14वां संशोधन स्पष्ट करता है कि जो भी अमेरिका में जन्मा है, वह अमेरिकी नागरिक है। श्वेत श्रेष्ठता वाला नस्लवाद रिपब्लिकन पार्टी के मूल में है, जो ट्रंप के हर बयान में दिखाई देता है। उन्होंने बेधड़क होकर मैक्सिको के निवासियों को "बलात्कारी", महिलाओं को "मादा सुअर" के रूप में चित्रित किया था। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें