पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।
बीजेपी के दूसरे नेताओं से इस मायने में अलग थे पर्रीकर
- • विचार • 19 Mar, 2019
शहीदों की चिता पर वोट माँगने वालों, शर्म करो!
- • विचार • 1 Mar, 2019
क्या भारत के लिए ख़तरे की घंटी है बग़दादी का फिर जिंदा होना?
- • विश्लेषण • 30 May, 2019
Advertisement 122455