महात्मा गांधी से जुड़े साबरमती आश्रम का पुनर्विकास किया जाएगा। आख़िर यह जीर्णोद्धार किस तरह का होगा? लोग क्यों आशंका जता रहे हैं कि कहीं इसका जीर्णोद्धार जलियांवाला बाग की तरह तो नहीं होगा?