दिल्ली में कई गैंग सक्रिय हैं। सवाल ये है कि केंद्रीय गृहमंत्रालय और खुफिया विभाग इन गैंग की कारस्तानियों पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रहा है? दिल्ली पुलिस क्यों इन गैंगस्टर्स पर कार्रवाई करने में नाकाम है?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गैंगस्टर को पकड़ने की हिम्मत अमित शाह और उनकी पुलिस को नहीं है इसलिए वे शिकायतकर्ता आप नेता को ही जेल में डाल रहे हैं।
लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बरार गैंग : वांछित अपराधियों में टॉप पर है यह गैंग और इसके सदस्य। सिद्धू मूसेवाला की पंजाब में 2022 में हत्या के बाद यह गैंग फला-फूला। इसी गैंग के सदस्य रोहित गोदारा ने करणी सेना के प्रमुख सुखदेव गोगामेडी की जयपुर में बीते वर्ष हत्या की बात कबूली। सलमान खान को धमकी और एनसीपी नेता की हत्या के मामले में भी इस गैंग की खूब चर्चा रही।
हिमांशु भाऊ गैंग : हरियाणा के रोहतक से जुड़ा 22 वर्षीय हिमांशु भाऊ स्पेन या पुर्तगाल में रहकर गैंग चलाता है। 50 से ज्यादा हत्या, हत्या की कोशिश, उगाही की धमकी और आर्म्स एक्ट के तहत मामले पंजाब और हरियाणा में दर्ज हैं। मई महीने में तिलक नगर के शो रूम में गोली चलाने के मामले में उसके तीन गुर्गे शामिल थे। पश्चिम दिल्ली के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग चौक पर हुई हत्या में भी इसी गैंग का हाथ था।
कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग : हरियाणा और दिल्ली पुलिस में वांछित 32 वर्षीय कपिल सांगवान उर्फ नंदू इस गैंग का सरगना है। माना जाता है कि वह इंग्लैंड में रहता है। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख नफे सिंह राठी की हत्या का संदेह इसी गिरोह पर है। कपिल सांगवान का बड़ा भाई ज्योति सांगवान उर्फ बाबा तिहाड़ जेल में बंद है।
कपिल सांगवान गैंग ने ही आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बालियान से उगाही के कॉल किए। दिल्ली पुलिस ने नरेश बालियान को भी इस मामले में गिरफ्तार किया है।
मंजीत महल गैंग : अनूप-बलराज गैंग के गुर्गे मंजीत महल पर कथित तौर पर गैंगस्टर टर्न्ड पॉलिटिशियन किशन पहलवान के सहयोगियों की हत्या का आरोप है। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के मितरौं गांव का निवासी मंजीत 1990 और 2000 के दशक में अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा। इनेलो नेता भरत सिंह भर्ते की 2016 में हुई हत्या के मामले में उसका नाम सुर्खियों में आया था। तिहाड़ जेल में वह बंद है लेकिन उसके सहयोगी सक्रिय हैं जो सांगवान भाइयों के गैंग से दुश्मनी रखते हैं।जितेंद्र गोगी-संपत नेहरा गैंग : जितेंद्र मान उर्फ गोगी की 2021 में रोहिणी कोर्ट के भीतर उसके विरोधियों ने हत्या कर दी थी। उसके बाद संपत नेहरा ने गैंग को संभाला। सब इंस्पेक्टर का बेटा और स्कूली दिनों में खिलाड़ी रहा नेहरा की ताक़त युवा और किशोर हैं जो उसके गैंग में रिक्रूट हुए हैं। अभी वह पंजाब की जेल में है।
कौशल गैंग : लॉरेंस बिश्नोई गैंग का स्पर्धी कौशल चौधरी का नाम मोहाली में राजनीतिज्ञ विक्की मिद्दुखेरा की हत्या से जुड़ा है। वह पंजाब की जेल में बंद है और दर्जनों मामले में दिल्ली और पंजाब की पुलिस को उसकी तलाश है। हत्या और उगाही के उस पर आरोप हैं।
नीरज फरीदपुरिया गैंग : फरीदाबाद में जून 2019 में कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या के मामले में वह वांछित है। कारोबारियों और आढ़तियों से उगाही के लिए नीरज फरीदपुरिया और उसके साथी कुख्यात हैं। नीरज फरीदाबाद का रहने वाला है और उस पर उगाही के कई मामले दर्ज हैं।
नीरज बवाना गैंग : गैंगस्टर नीरज बवाना तिहाड़ जेल में बंद है। माना जाता है कि वहीं से वह दिल्ली और हरियाणा के कारोबारियों को कॉल कर रकम की डिमांड करता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे अप्रैल 2015 में गिरफ्तार किया था।सुनील टीलू गैंग : सुनील मान उर्फ टीलू ताजपुरिया की हत्या उसके प्रतिद्वंद्वी गोगी गैंग ने तिहाड़ जेल में कर दी थी। यह मई 2023 की बात है। उसके गैंग के सदस्य बदला लेने के लिए अवसर की तलाश में हैं।
हाशिम बाबा गैंग : हाशिम बाबा जेल में रहकर ही घटना को अंजाम देता है। दिल्ली के जीडीपी अस्पताल में शूटिंग के पीछे उसका ही हाथ बताया गया है। उस पर 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या और हत्या की कोशिशें शामिल हैं। गैंग बनाने से पहले हाशिम बाबा नासिर गैंग का शार्प शूटर था जो यमुना पार इलाकों में सक्रिय था।
इरफान उर्फ छेनू गैंग : नासिर-इरफान गैंग ट्रांस यमुना इलाके में जुआ के खेल में सुप्रीमेसी के लिए संघर्ष करते रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल दिल्ली में कानून व्यवस्था को ही मुद्दा बना रहे हैं। खुद पर हुए हमले को भी वे आवाज़ बंद करने की कोशिश बताते हुए जनता की सहानुभूति बटोर रहे हैं।