उत्तर प्रदेश में बीजपी ने एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया है। एक बार फिर यह सवाल उठा है कि आख़िर बीजपी विधानसभा चुनावों में मुसलमानों को टिकट क्यों नहीं देती? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस बारे में कई बार सवाल पूछा गया। उन्होंने कभी इसका सीधा जवाब नहीं दिया। हर बार उनके जवाब में तल्ख़ी और मुसलमनों के प्रति हिकारत का भाव देखने को मिला। योगी कभी मुसलमानों के प्रति अपनी नापसंद को छिपाने की कोशिश भी नहीं करते।
आख़िर बीजेपी क्यों नहीं देती मुसलमानों को टिकट?
- विश्लेषण
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- 8 Feb, 2022

सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आधार पर चुनाव जीतने की रणनीति में क्या बीजपी का किसी मुसलमान को उम्मीदवार बनाना फिट नहीं बैठता है?
हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में योगी ने साफ कह दिया कि मुसलमानों से उनका वही रिश्ता है जो मुसलमानों का उनसे है। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि उत्तर प्रदेश का मुसलमान कट्टर हिंदूवादी छवि के चलते बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पसंद नहीं करता।
मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी जिस तरह मुसलमानों के ख़िलाफ़ ज़हर उगलते रहे हैं उसकी वजह से मुसलमानों में उनके प्रति नफरत का भाव है। तो क्या योगी भी मुसलमानों को पसंद नहीं करते?