24 सितंबर 2025 को बिहार के पटना स्थित सदाक़त आश्रम में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई। 85 साल बाद  कार्यसमिति उसी ऐतिहासिक स्थल पर पहुँची जहाँ कभी उसने स्वतंत्रता संग्राम को नया मोड़ देने का फ़ैसला किया था। इसी बैठक में कांग्रेस के रामगढ़ अधिवेशन में पारित संविधान सभा के गठन के प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगायी गयी थी।  यह वह फै़सला था जिसने सामाजिक न्याय के लक्ष्य पर आधारित समावेशी संविधान की नींव रखी थी। आठ दशक बाद कांग्रेस कार्यसमिति ने उसी सदाक़त आश्रम में ‘अति पिछड़ा न्याय संकल्प’ जारी करके जारी किया उस संकल्प को विस्तार दिया है जिसे न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है। जो कांग्रेस को भी संजीवनी दे सकता है।