राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार तय हो चुके हैं। सत्ता पक्ष से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा। एक उम्मीदवार आदिवासी हैं, महिला हैं और पूर्व राज्यपाल हैं। तो, दूसरे उम्मीदवार पूर्व नौकरशाह हैं, पूर्व वित्त मंत्री हैं और उम्मीदवार बनने से पहले तक टीएमसी के उपाध्यक्ष रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव: यशवंत सिन्हा पर भारी द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी
- विश्लेषण
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- 22 Jun, 2022

राष्ट्रपति के चुनाव के लिए उम्मीदवार के चयन में क्या एनडीए विपक्ष पर भारी पड़ गया है?
मगर, एक बड़ा फर्क ऐसा है जो यशवंत सिन्हा का वजन द्रौपदी मुर्मू के सामने हल्का कर देता है। यह फर्क है कि यशवंत सिन्हा न तो समूचे विपक्ष की साझा पसंद हैं और न ही वे जिनकी पसंद बने हैं, उनकी पहली पसंद हैं।
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से पहले शरद पवार ने मना किया, फिर गोपाल कृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला ने। इस तरह यशवंत सिन्हा के नाम के सेलेक्शन का वास्तविक आधार रिजेक्शन है। कई नेताओं ने प्रस्ताव ठुकराए और तब यशवंत सिन्हा का नाम सामने आया।