दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोने की रिकॉर्ड खरीदारी क्यों कर रहे हैं? जानें वैश्विक अर्थव्यवस्था, डॉलर पर निर्भरता कम करने की रणनीति और गोल्ड रश के पीछे के आर्थिक कारण।
1944 का ब्रेटन वुड्स समझौता द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ, जिसमें अमेरिकी डॉलर को सोने से जोड़ा गया ($35 प्रति औंस)। अन्य मुद्राएं डॉलर से जुड़ीं। विदेशी सेंट्रल बैंक डॉलर को सोने में बदल सकते थे- यह "गोल्ड-एक्सचेंज स्टैंडर्ड" था, जिसने डॉलर को वैश्विक रिजर्व मुद्रा बनाया।