सबसे बड़ी राष्ट्रवादी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी अब एक आतंकवादी के मुद्दे पर चौतरफ़ा घिरी है। यह मुद्दा किसी आतंकी हमले का नहीं है, बल्कि एक ऐसे आतंकवादी का है जो कथित तौर पर बीजेपी का पदाधिकारी बन गया था। जम्मू-कश्मीर में रविवार को पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक का संबंध कथित तौर पर बीजेपी के साथ था। वह जम्मू कश्मीर में बीजेपी आईटी सेल का प्रमुख रहा था। यह मुद्दा सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि यदि किसी विपक्षी दल के किसी सदस्य पर आतंकवादियों से संबंध का आरोप लगता तो बीजेपी की प्रतिक्रिया कैसी होती? क्या बीजेपी टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक देश भर में एक बड़ी बहस नहीं खड़ी कर चुकी होती?
लश्कर आतंकी का संबंध विपक्षी दल से जुड़ता तो बीजेपी क्या करती?
- विश्लेषण
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- 4 Jul, 2022
यदि किसी विपक्षी पार्टी से कोई आतंकवादी जुड़ा हुआ पाया जाए तो बीजेपी उसका हस्र क्या करेगी, क्या इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है? लेकिन बीजेपी अब आख़िर क्यों कह रही है कि बीजेपी का सदस्य नहीं रहा है?

वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने इसी मुद्दे पर ट्वीट किया है, 'बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा आईटी सेल से जुड़े लश्कर के एक आतंकवादी को आज पकड़ा गया। उदयपुर में और अब जम्मू: स्पष्ट रूप से पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को पृष्ठभूमि की जाँच सुनिश्चित करने की ज़रूरत है, विशेष रूप से ऑनलाइन सदस्यों की। कल्पना कीजिए कि अगर इसी तरह के लोग विपक्षी दलों के लिंक के साथ पाए जाते तब।'