लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान अभी बाकी है। इसके लिए पहली जून को 57 लोकसभा सीटों के लिए वोट पड़ेंगे। हालाँकि वोटों की गिनती 4 जून को होनी है लेकिन इससे पहले ही नई सरकार के गठन को लेकर गहमा गहमी तेज हो गई है। एक तरफ़ बीजेपी के नेतृत्व वाले 'एनडीए' की तरफ से दावा किया जा रहा है कि चाहे बीजेपी 200 सीटों पर ही सिमट जाए, पीएम नरेंद्र मोदी ही बनेंगे। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले 'इंडिया' के नेताओं का दावा है कि अगर एनडीए ने 272 का जादू आंकड़ा नहीं छुआ तो किसी भी कीमत पर नरेंद्र मोदी को अगले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ नहीं लेने देंगे। ऐसे में ये सवाल महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्या 'इंडिया' वाले वाक़ई पीएम मोदी के हाथों से जीत छीन लेंगे?
क्या पीएम मोदी से जीत छीन पाएंगे 'इंडिया' गठबंधन वाले?
- विश्लेषण
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- 31 May, 2024

लोकसभा चुनाव के सातवें और आख़िरी चरण की वोटिंग के क़रीब होने के साथ ही अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या बीजेपी बहुमत के आँकड़े को छू पाएगी? या फिर इंडिया गठबंधन एनडीए को मात देकर जीत छीन लेगा?
पीएम मोदी जीत के प्रति आश्वस्त?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेने को लेकर आश्वस्त होने का दावा कर रहे हैं। हालांकि उनका यह दावा चुनावी रैलियां में उनकी भाषा शैली और उनकी तरफ से कही जा रही निम्न स्तरीय बातों से मेल नहीं खाता। चुनाव के ऐलान के बाद नौकरशाहों के एक सम्मेलन में पीएम मोदी ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा था कि 4 जून के बाद उनका काम बढ़ने वाला है क्योंकि शपथ लेने के फौरन बाद आपको बड़ा काम देने वाले हैं। इसके लिए उनको अभी से कमर कस लेनी चाहिए। ऐसा ही दावा वह कई टीवी चैनलों को दिए अपने इंटरव्यू में भी कर चुके हैं। पीएम मोदी के इस दावे पर राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि बीजेपी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी करके ही चुनाव जीत सकती है क्योंकि ज़मीन पर उसकी हालत बेहद ख़स्ता है। पीएम मोदी के आत्मविश्वास से भरे इस दावे को कांग्रेस और उसके सहयोगी दल काफी गंभीरता से ले रहे हैं।