प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की तारीफ़ में लेख लिखकर नई राजनीतिक चर्चा छेड़ दी। दस साल बाद पहली बार ऐसा सम्मान देखने को मिला है। क्या यह आरएसएस के सामने मोदी का टोटल सरेंडर है? देखें आशुतोष की बात में पूरा विश्लेषण।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।