राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) वह संस्था है जो स्कूली पाठ्यपुस्तकों की सामग्री के संबंध में अंतिम निर्णय लेती है। पिछले कुछ दशकों से विद्यार्थियों को तार्किक व निष्पक्ष ढंग से हमारे अतीत के बारे में ज्ञान देने की बजाए इसकी किताबें साम्प्रदायिक नजरिया पेश करने का जरिया बन गई हैं। चूंकि इतिहास युवा दिमागों की समझ को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए पाठ्यक्रम को साम्प्रदायिक रंग देने से विभिन्न तरीकों से पहले ही बेगाने बना दिए गए समुदाय (मुसलमानों) के प्रति मौजूदा नफरत और बढ़ेगी।
NCERT: नफरत को बढ़ावा देने के लिए इतिहास का इस्तेमाल
- विश्लेषण
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- 28 Jul, 2025

एनसीईआरटी मुख्यालय
NCERT textbook controversy: एनसीईआरटी की किताबें ऐतिहासिक विवरणों का दुरुपयोग करके मुस्लिम शासकों को बदनाम करने का ज़रिया बनती जा रही हैं। हाल ही में आई कक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक सांप्रदायिक नेरेटिव को बढ़ा रही है।