कश्मीरी पंडितों की हत्या करने वालों और उन्हें पलायन को मजबूर करने वालों के घर बुलडोजर क्यों नहीं चला पाती है सरकार? क्यों उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में ही चलते हैं बुलडोजर? क्या चुनिंदा तरीके से चंद लोगों को उनके मकान ध्वस्त करके प्रदर्शनकारी होने की सज़ा दे रही है सरकार? ये प्रश्न बुलडोजर नहीं चलाने और चलाने दोनों ही स्थितियों में सरकार को ही सवालों के कठघरे में खड़े करते हैं। सरकार इनमें से किसी भी प्रश्न का उत्तर देने को तैयार नहीं है।