राम मंदिर में ध्वजारोहण को लेकर 2027 की राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा तेज। क्या मोदी और योगी इस धार्मिक प्रतीक को अगले चुनावी एजेंडे से जोड़ रहे हैं? इसके राजनीतिक मायने और संभावित असर समझें आशुतोष की बात में।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।




















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