राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद के घटनाक्रम पर अभी नागपुर में जो प्रतिक्रिया दी, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निराश करने के लिए काफ़ी है।
पहलगाम के बाद कार्रवाई के बावजूद समस्या तो खत्म हुई नहीं: भागवत
- विश्लेषण
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- 15 Jun, 2025

आरएसएस प्रमुख ने अपने बयान में न मोदी का ज़िक्र, न 'ऑपरेशन सिंदूर', न ही 'सीज़फायर' का, और 'हिंदू समाज' की जगह सिर्फ 'समाज' ज़िक्र क्यों?
मोदी खेमे को उम्मीद थी कि संघ प्रमुख, जो 30 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री से एक घंटे की मुलाकात के बाद लौटे थे, 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए उनका खुलकर समर्थन करेंगे।
लेकिन कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय के समापन समारोह में भागवत के बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। उन्होंने न तो मोदी का नाम लिया, न 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया, और न 'सीज़फायर' का उल्लेख किया।