तमिलनाडु विधानसभा ने गुरुवार को केंद्र सरकार के वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के ख़िलाफ़ एक प्रस्ताव पारित किया है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस प्रस्ताव को पेश करते हुए इसे मुस्लिम समुदाय के धार्मिक और संपत्ति के अधिकारों पर हमला करार दिया। इस कदम ने न केवल केंद्र की भाजपा नीत सरकार को चुनौती दी है, बल्कि एनडीए के सहयोगी दलों, खासकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर भी एक तरह से दबाव बना दिया है। क्या अब इन दोनों नेताओं पर अपने-अपने राज्यों में ऐसा ही कदम उठाने का दबाव बढ़ेगा?
तमिलनाडु में वक्फ बिल के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पास; नीतीश-नायडू पर दबाव बढ़ेगा?
- विश्लेषण
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- 27 Mar, 2025

तमिलनाडु विधानसभा में वक्फ बिल के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पास होने के बाद सियासी हलचल तेज़ हो गई है। क्या इसका असर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर पड़ेगा? जानिए पूरी खबर।

तमिलनाडु विधानसभा का यह प्रस्ताव केंद्र सरकार से वक्फ विधेयक को पूरी तरह वापस लेने की मांग करता है। स्टालिन ने अपने संबोधन में कहा कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय की स्वायत्तता को कमजोर करता है और संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है। यह अनुच्छेद धार्मिक समूहों को अपने मामलों के प्रबंधन का अधिकार देता है।



















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