असम के नगांव में जिस सफीकुल इसलाम की 'हिरासत में मौत' का आरोप लगाया गया अब उनकी पत्नी सहित पाँच लोगों पर यूएपीए लगाया गया है। पुलिस को उन पर आतंकवादियों से संबंध होने का संदेह है। सफीकुल की नाबालिग लड़की को भी गिरफ़्तार किया गया है। रविवार को इनके घरों पर 'अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई' के नाम पर बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया है। दरअसल, पुलिस का आरोप है कि उन्होंने सफीकुल की हिरासत में मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में आग लगा दी थी। मोटे तौर पर उन पर ये कार्रवाइयाँ थाने में आग लगाने के कारण की जा रही हैं।
असम: सफीकुल की 'हिरासत में मौत', पत्नी पर यूएपीए, बेटी गिरफ़्तार
- असम
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- 24 May, 2022
बीजेपी शासित असम में एक मुसलिम शख्स की हिरासत में मौत का आरोप लगा, आक्रोशित भीड़ ने प्रदर्शन किया, थाने में आग लगा दी तो अब उसकी पत्नी पर सख़्त यूएपीए क्यों लगाया? नाबालिग बेटी को गिरफ़्तार क्यों किया?

सफीकुल की मौत मामले में आगजनी के आरोपियों के घर बुलडोजर चला।
यह मामला मछली व्यापारी सफीकुल इसलाम से जुड़ा है। पुलिस के अनुसार सलोनाबोरी गांव के एक मछली व्यापारी सफीकुल इसलाम को शुक्रवार रात इस शिकायत के आधार पर पुलिस स्टेशन लाया गया था कि वह शराब के नशे में था। बाद में अगले दिन ख़बर आई कि सफीकुल की मौत हो गई है। मौत के कारण बनने वाली घटनाओं पर विवाद है। पुलिस ने दावा किया कि उसकी पत्नी द्वारा अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मृत्यु हो गई। जबकि मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसने उसे अस्पताल में मृत पाया।