अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट से आने वाले फ़ैसले से पहले अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद यानी विहिप ने एक चौंकाने वाला फ़ैसला लिया है। तीन दशक में पहली बार इसने राम मंदिर बनाने के लिए पत्थरों को तराशने के काम को बंद कर दिया है। माना जाता है कि 1990 के बाद से अब तक कई घटनाक्रम हुए लेकिन पत्थरों को तराशने का काम कभी बंद नहीं हुआ था। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के 17 नवंबर को सेवानिवृत होने से पहले इस मामले में फ़ैसला आने की उम्मीद है। सरकार से लेकर प्रशासन तक में हलचल तेज़ है, लेकिन विहिप ने पत्थर तराशने के काम को रोक दिया है।