बिहार में सिविल सर्विस के परीक्षार्थियों के पीटे जाने की निन्दा देशभर में हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है। जबकि विपक्ष आक्रामक है। नीतीश सरकार में शामिल भाजपा भी चुप है। उसने छात्रों की हमदर्दी में भी कुछ नहीं कहा है। सारे मामले में जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर विवाद में आ गये हैं। युवकों पर जब लाठियां पड़ीं और ठंड में पानी की बौछारें पुलिस ने डालीं तो प्रशांत किशोर गायब हो गये। छात्रों और अन्य विपक्षी दलों ने जब किशोर की आलोचना की तो उन्होंने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि वो 2 जनवरी से प्रदर्शनकारियों के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठेंगे।