बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर चले आ रहे गतिरोध के बीच बीजेपी ने मंगलवार को उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। सूची में 71 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इसमें दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को जगह दी गई है, लेकिन विधानसभा स्पीकर नंद किशोर यादव को पटना साहिब सीट से हटा दिया गया है। यहाँ से वे 2010 से लगातार विधायक हैं।


बीजेपी की इस सूची ने न केवल पार्टी के भीतर सियासी हलचल बढ़ा दी है, बल्कि विपक्षी महागठबंधन को भी चुनौती दे दी है, जो अभी तक सीट बंटवारे की घोषणा करने में असफल रहा है। सूची जारी करने से ठीक पहले सोमवार को एनडीए की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द हो गई थी, जो सीट बंटवारे के अंतिम पल में भाजपा और जेडीयू के बीच उत्पन्न बाधाओं के कारण स्थगित कर दी गई थी। रविवार को ही एनडीए ने सीट बंटवारे का फॉर्मूला घोषित किया था, जिसमें बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29, राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 6 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) को 6 सीटें मिली हैं।


बीजेपी की पहली सूची में कुल 71 नाम शामिल हैं, जो मुख्य रूप से पहले चरण के 121 और दूसरे चरण के 122 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करती है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को तारापुर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को लखीसराय विधानसभा से मैदान में उतारा गया है। यह सीट उनके लिए सुरक्षित मानी जाती है।
वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव को दानापुर से टिकट मिला है। वे 2024 लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र से हार चुके थे, लेकिन विधानसभा स्तर पर उनकी पकड़ मज़बूत है। गया विधानसभा से प्रेम कुमार को नामित किया गया है। वे पार्टी के पुराने सिपाही हैं और इस सीट पर भाजपा का दबदबा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को कटिहार से टिकट दिया गया है। सहरसा से अलोक रंजन झा को मैदान में उतारा गया है। वे पार्टी के संगठन प्रबंधक के रूप में जाने जाते हैं। मंगल पांडेय को सीवान से टिकट मिला है। वे विधान परिषद सदस्य हैं, लेकिन अब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।


राज्य मंत्री रेणु देवी को बेतिया से, नितीश मिश्रा को झंझारपुर से, नितिन नवीन को भागलपुर से और श्रेयसी सिंह को जमुई से टिकट दिए गए हैं। हिसुआ सीट पर अनिल कुमार को बनाए रखा गया है।

ताज़ा ख़बरें

पटना साहिब सीट पर बदलाव

सबसे बड़ा बदलाव पटना साहिब सीट पर आया है, जहां विधानसभा स्पीकर नंद किशोर यादव को हटा दिया गया। उनकी जगह रत्नेश कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया गया है। यादव 2010 से इस सीट पर काबिज थे और भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें हटाकर नया चेहरा लाने का फैसला किया।

एनडीए में सीट बंटवारा विवाद

सूची जारी होने से कुछ घंटे पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'एनडीए दलों के बीच सीट बँटवारे का गतिरोध सौहार्दपूर्ण चर्चाओं से सुलझ गया है। कौन सी पार्टी कौन सी सीट लड़ेगी, इस पर सकारात्मक बातचीत अंतिम चरण में है।' यह बयान सोमवार की रद्द हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आया, जब बीजेपी और जेडीयू के बीच कुछ सीटों पर असहमति उभरी थी।

जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि विपक्ष अफवाहें फैला रहा है, लेकिन एनडीए एकजुट है। वहीं, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए मज़बूत है और गठबंधन में कुछ भी विवाद नहीं है।

नीतीश के घर के बाहर धरना

इधर, जेडीयू में टिकट के लिए प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना स्थित सरकारी आवास के बाहर कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया, जबकि भागलपुर से जेडीयू सांसद अजय मंडल ने इस्तीफे की पेशकश कर दी। गोपालपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके जेडीयू नेता गोपाल मंडल ने टिकट कटने की आशंका में सीएम हाउस के बाहर धरना दे दिया। उन्होंने कहा, 'मैं तब तक यहां से नहीं हिलूंगा जब तक नीतीश कुमार से टिकट का आश्वासन नहीं मिल जाता।' उनके समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी।


भागलपुर लोकसभा सीट से जेडीयू सांसद अजय मंडल ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर सांसद पद से इस्तीफा देने की अनुमति मांगी। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट बंटवारे में स्थानीय नेताओं की राय नहीं ली जा रही है। उन्होंने पत्र की कॉपी सोशल मीडिया पर शेयर की और कहा, 'मुझे नीतीश जी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा। जब मेरी सलाह का कोई महत्व नहीं, तो पद पर बने रहने का क्या औचित्य?'

बिहार से और ख़बरें

नामांकन की अंतिम तारीख नजदीक

बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। पहले चरण के 121 सीटों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर है, जबकि दूसरे चरण के 122 सीटों के लिए 20 अक्टूबर। चुनाव आयोग ने सोमवार को दूसरे चरण की अधिसूचना जारी की। अंतिम मतदाता सूची में 7.42 करोड़ मतदाता हैं।

महागठबंधन में सीट बंटवारा लटका

राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने सोमवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट बंटवारा घोषित नहीं किया। आरजेडी और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की दो दौर की बैठकें हुई हैं। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने कुछ उम्मीदवारों को टिकट बांटे, लेकिन तेजस्वी यादव ने मंगलवार सुबह इशारा किया कि घोषणा जल्द होगी। जन सुराज पार्टी ने मंगलवार को 65 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें प्रशांत किशोर का नाम नहीं है।

सर्वाधिक पढ़ी गयी ख़बरें

बीजेपी की रणनीति: नए चेहरे, पुराने मजबूत दावेदार

बीजेपी की सूची में महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता दी गई है। नए उम्मीदवारों को उतारकर पार्टी वोटर बेस को विस्तार देना चाहती है। पूर्व में भाजपा ने कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर आरजेडी पर निशाना साधा है, जबकि जेडीयू नीतीश कुमार की विकास योजनाओं पर जोर दे रही है। चुनावी मैदान में जातिगत समीकरण भी अहम होंगे, जहां एनडीए का पिछड़ा वोट बैंक मजबूत है।