कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार से हुंकार भरी। उन्होंने मोदी सरकार को 'भ्रष्ट' करार दिया और कहा कि इसका अंत शुरू हो चुका है। खड़गे ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और विपक्षी एकता का आह्वान किया। खड़गे पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। स्वतंत्रता के बाद पहली बार पटना में सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई। 

बैठक की शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारतीय जनता पार्टी पर ‘मतदान में धांधली’ और बढ़ते सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के मुद्दे पर सीधा हमला किया। उन्होंने बिहार के मंच से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 'मोदी सरकार का भ्रष्टाचार और जनविरोधी नीतियां अब देश की जनता के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुकी हैं।' उन्होंने बीजेपी पर मतदाता सूची में हेरफेर और लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया। खड़गे ने कहा कि यह मुद्दा न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक भविष्य के लिए केंद्र में है।
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चुनावी हेरफेर के आरोप

खड़गे ने दावा किया कि चुनाव आयोग की बिहार में मतदाता सूची की विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया यानी एसआईआर का दुरुपयोग दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के वोट हटाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'वोट चोरी का मतलब है समाज के सबसे कमजोर वर्गों की राशन, पेंशन, दवाइयां, छात्रवृत्ति और परीक्षा शुल्क की चोरी।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने तर्क दिया कि चुनावी इंटीग्रिटी ही खतरे में है, क्योंकि आयोग शिकायतकर्ताओं से हलफनामे मांग रहा है और कई राज्यों में उठाए गए मुद्दों का समाधान नहीं कर रहा। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से लोकतंत्र का उद्गम स्थल माने जाना वाला बिहार संविधान की रक्षा के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराने का सही स्थान है।

खड़गे ने राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' को एक अहम मोड़ बताया और कहा कि इसने जन समर्थन हासिल किया और पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा।

राष्ट्रीय मुद्दों पर हमला

खड़गे ने मोदी सरकार की बेरोजगारी, धीमी आर्थिक वृद्धि और स्वतंत्र संस्थानों को कमजोर करने की आलोचना की। उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियाँ सृजित करने के अधूरे वादे की याद दिलाई और तर्क दिया कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी के शुरुआती डिज़ाइन ने अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया। उन्होंने कहा, 'आठ साल बाद प्रधानमंत्री को अपनी गलती का एहसास हुआ। अब, जीएसटी में वही सुधार लागू किए जा रहे हैं, जो कांग्रेस ने शुरू से मांग की थी।'

एनडीए में तनाव?

कांग्रेस प्रमुख ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के भीतर दरार की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी बिहार में अब अपने सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बोझ के रूप में देखती है और नीतीश को पार्टी ने 'मानसिक रूप से रिटायर' कर दिया है। बिहार की जनसंख्या में ओबीसी, अति पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति समुदायों की भारी हिस्सेदारी को देखते हुए खड़गे ने कहा कि जाति जनगणना और आरक्षण नीति में पारदर्शिता जनता का विश्वास जीतने के लिए महत्वपूर्ण होगी।
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महागठबंधन के साथ प्रतिबद्धता

खड़गे ने वादा किया कि कांग्रेस अपने महागठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक न्याय और सुशासन को प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा, 'बिहार के लोगों ने लंबे समय से एक सुनहरे बिहार का सपना देखा है और हम इसे मिलकर हकीकत बनाएंगे।' उन्होंने कहा, '2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने दिखा दिया कि हम एकजुट होकर बीजेपी को चुनौती दे सकते हैं। अब समय है कि हम मजबूत गठबंधन बिहार में भी इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकें।' 

पटना में आयोजित यह ऐतिहासिक सीडब्ल्यूसी बैठक बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति को मजबूत करेगी।