आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 2025 के मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर की प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली और पारदर्शिता की कमी का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग अपने ही वादों और आदेशों से पलट रहा है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची से 65 लाख वोटरों को हटाने के बावजूद नई ड्राफ्ट सूची में संदेह बरकरार है और यह प्रक्रिया पूरी तरह से गैर-पारदर्शी और संदिग्ध है। उन्होंने इस पर 10 बड़े सवाल उठाए हैं।