आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 2025 के मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी एसआईआर की प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली और पारदर्शिता की कमी का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग अपने ही वादों और आदेशों से पलट रहा है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची से 65 लाख वोटरों को हटाने के बावजूद नई ड्राफ्ट सूची में संदेह बरकरार है और यह प्रक्रिया पूरी तरह से गैर-पारदर्शी और संदिग्ध है। उन्होंने इस पर 10 बड़े सवाल उठाए हैं।
Bihar SIR: तेजस्वी का ECI पर धांधली का आरोप, 65 लाख नाम हटाने पर 10 बड़े सवाल
- बिहार
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- 2 Aug, 2025
Bihar SIR Controversy: तेजस्वी यादव ने 65 लाख वोटरों के नाम हटाए जाने को लेकर ECI पर गंभीर आरोप लगाए हैं। क्या यह सुनियोजित चुनावी धांधली है? जानिए इस मुद्दे पर तेजस्वी ने क्या सवाल उठाए।

तेजस्वी यादव ने ECI पर धांधली का आरोप लगाया।
तेजस्वी यादव ने कहा, 'चुनाव आयोग ने शुरू में आश्वासन दिया था कि मतदाता सूची से हटाए गए प्रत्येक नाम को लेकर मृत्यु, स्थानांतरण, दोहराव, या लापता होने का कारण जैसी जानकारी सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा की जाएगी। यह प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और लोकतांत्रिक भावना के अनुरूप होगी, ऐसा वादा किया गया था। लेकिन अब आयोग अपने ही वादों से मुकर रहा है।' उन्होंने आगे कहा कि आयोग द्वारा दी जा रही तथाकथित 'ASD लिस्ट' (Absent, Shifted, Dead) में केवल यह बताया गया है कि किन व्यक्तियों का नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में नहीं है, लेकिन यह साफ़ नहीं किया गया कि उनका नाम क्यों हटाया गया।