सरकार जिस सैनिटरी पैड, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का दम भरती रहती है, सरकार के ही अफ़सर इसी सेनेटरी पैड को लेकर असंवेदनशील बयान कैसे दे सकते हैं? दरअसल, बिहार की एक स्कूली छात्रा के तारीफ़ बटोरने वाले सवाल पर महिला बाल विकास निगम की अध्यक्ष और आईएएएस अफ़सर हरजोत कौर भड़क गईं। यूनिसेफ़ के एक कार्यक्रम में छात्रा ने एक साधारण सा सवाल किया, '... हर कुछ के लिए सरकार तो देती ही है। जैसे कि पोषाक का, छात्रवृत्ति...। तो क्या सरकार सेनेटरी पैड 20-30 रुपये में नहीं दे सकती है?'
छात्रा ने सेनेटरी पैड मांगा तो आईएएस अफसर बोली 'कंडोम भी चाहिए?'
- बिहार
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- 28 Sep, 2022
क्या देश की सरकार या राज्य की सरकारें कल्याणकारी राज्य नहीं हैं? यदि ऐसा नहीं है तो फिर सरकार के बड़े अधिकारी सेनेटरी पैड के सवाल पर 'बेतुके' बयान कैसे दे सकते हैं?

इस सवाल पर कार्यक्रम में बैठे लोगों ने तालियाँ बजाईं। उन्होंने उसके उस सवाल के लिए उसका प्रोत्साहन किया। लेकिन आईएएस अधिकारी हरजोत कौर को यह नहीं भाया। उन्होंने अजीबोगरीब बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि हर जीच की मांग सरकार क्यों पूरा करेगी। उन्होंने कहा, 'अच्छा, ये जो तालियाँ अभी बजा रहे हैं, इस मांग का कोई अंत है? 20-30 रुपये का विस्पर क्यों नहीं दे सकते हैं, कल को जिंस पैंट क्यों नहीं दे सकते हैं, परसों सुंदर जूते क्यों नहीं दे सकते हैं...। और अंत में जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो निरोध भी मुफ्त में ही देना पड़ेगा। सबकुछ मुफ्त में चाहिए।'