सरकार जिस सैनिटरी पैड, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का दम भरती रहती है, सरकार के ही अफ़सर इसी सेनेटरी पैड को लेकर असंवेदनशील बयान कैसे दे सकते हैं? दरअसल, बिहार की एक स्कूली छात्रा के तारीफ़ बटोरने वाले सवाल पर महिला बाल विकास निगम की अध्यक्ष और आईएएएस अफ़सर हरजोत कौर भड़क गईं। यूनिसेफ़ के एक कार्यक्रम में छात्रा ने एक साधारण सा सवाल किया, '... हर कुछ के लिए सरकार तो देती ही है। जैसे कि पोषाक का, छात्रवृत्ति...। तो क्या सरकार सेनेटरी पैड 20-30 रुपये में नहीं दे सकती है?'