बिहार चुनाव में जेडीयू ने कुल उम्मीदवारों में सिर्फ़ 4 मुसलमानों को टिकट दिया है। क्या नीतीश कुमार का यह फ़ैसला राजनीतिक रणनीति है या मुसलमानों से बढ़ती दूरी का संकेत? जानिए इसके सियासी मायने।