कभी बिहार की चुनावी रणनीति में अच्छी पकड़ रखने वाली वामपंथी पार्टियाँ अब बहुत चर्चा में नहीं रहती हैं लेकिन आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में अगर महागठबंधन की गोटी लाल होती है तो इसमें उनका और खास कर भाकपा माले का विशेष योगदान रहने की संभावना है। सीट-बंटवारे समझौते में उनकी संयुक्त हिस्सेदारी लगभग तीस मानी जा रही है।