बिहार एसआईआर पर बवाल के बीच मतदाता सूची में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। पूर्णिया जिले के एक गांव में एक पाकिस्तानी मूल की महिला का नाम स्थानीय वोटर लिस्ट में दर्ज पाया गया है। एसआईआर प्रक्रिया के दौरान उसका वेरिफ़िकेशन भी हो चुका है। रिपोर्टों में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि यह महिला लगभग सात दशक पहले यानी 1947 के भारत-पाकिस्तान बँटवारे के आसपास भारत में आई थीं। इस खुलासे ने चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन में हलचल मचा दी है, और अब इसकी गहन जांच की जा रही है।
पाकिस्तानी महिला का नाम बिहार की मतदाता सूची में, SIR में वेरिफाई भी हो गया!
- बिहार
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- 24 Aug, 2025
बिहार की मतदाता सूची में एक पाकिस्तानी महिला का नाम दर्ज पाया गया। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यह चूक हुई या फिर कुछ और मामला है?

बिहार एसआईआर। प्रतिकात्मक तस्वीर।
बिहार के पूर्णिया जिले के एक गांव में रहने वाली 85 वर्षीय महिला का नाम 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए तैयार की गई वोटर लिस्ट में दर्ज है। महिला के दस्तावेजों में ज़िक्र है कि वे मूल रूप से पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली हैं और 1947 के बंटवारे के आसपास भारत आ गई थीं। वे तब से ही बिहार में रह रही हैं और अब तक भारतीय नागरिकता के रूप में वोटिंग का अधिकार प्राप्त कर चुकी हैं।