वोट चोरी के आरोप को उजागर करने के मकसद से शुरू की गई महागठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ राहुल गांधी सासाराम और औरंगाबाद में मजबूत संदेश देने में कामयाबी हासिल करते हुए नजर आए। यात्रा का सोमवार 18 अगस्त को दूसरा दिन था। लेकिन रास्ते में राहुल गांधी-तेजस्वी यादव को सुनने वालों का उत्साह कम नहीं हो रहा है। हालांकि चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी ने सीधे या परोक्ष रूप से राहुल गांधी को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन जिस तरह इस वोटर अधिकार यात्रा में महागठबंधन के नेताओं और आम लोगों का जुटान हुआ है, उससे इस यात्रा का असर कम नहीं हुआ।
वोटर अधिकार यात्रा के पहले दिन महागठबंधन के सभी घटक दलों के नेताओं का एक मंच पर होना और उसमें लालू प्रसाद का छोटा लेकिन प्रभावी संबोधन चर्चा का विषय रहा। इस यात्रा के दौरान सीपीआई-एमएल के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भी काफी प्रभावशाली भाषण दिया। इसके अलावा वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी भी उपस्थित रहे जिनके बारे में यह कहा जा रहा था कि वह पाला बदलकर एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि स्थानीय अखबारों ने अपने जिला संस्करणों के अलावा पटना में भी राहुल गांधी की यात्रा को पहली खबर के तौर पर पेश किया गया। हालांकि चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताने और एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा की खबरें भी अखबारों में पहले पन्ने पर हैं लेकिन राहुल गांधी इन सबसे ऊपर हैं। 
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गर्मी और उमस के बावजूद भीड़

करीब छह घंटे तक चली इस यात्रा के दौरान और इस अवसर पर आयोजित सभाओं में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सासाराम के स्थानीय लोगों ने बताया कि हवाई अड्डा मैदान के पास शुरू में तो भीड़ कम थी लेकिन राहुल गांधी के सभास्थल पहुंचने पर लोगों के आने का सिलसिला तेज हो गया। हाथों में तिरंगा और पार्टी का झंडा लिए कार्यकर्ता धूप और उमस भरी गर्मी के बीज भी लगातार सभा स्थल पर डटे रहे। कार्यकर्ताओं ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ का जमकर नारा भी लगाया। इस सभा में कई लोग ऐसे भी आए थे जिनका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है और वह चाह रहे थे कि राहुल गांधी उनकी बात सुनें। सासाराम की सभा की एक महत्वपूर्ण बात यह भी थी कि बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों से वहां कार्यकर्ता और आम लोग पहुंचे थे। गया में तो सोमवार को जब यह यात्रा शाम को पहुंची तो बारिश हो रही थी। उसके बावजूद लोग उमड़े। राहुल गांधी बारिश में लोगों को संबोधित करते रहे।

हाथ में संविधान और वोट चोरी रोकने का नारा

पहले दिन 60 किलोमीटर की यात्रा में राहुल गांधी ने बिहार में यह संदेश देने में काफी हद तक कामयाबी पाई कि चुनाव आयोग गरीबों और कमजोरों के ‘वोट की चोरी’ करने में लगा हुआ है लेकिन वह ऐसा करने नहीं देंगे। राहुल ने कहा कि बिहार में एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के जरिए वोटरों का नाम हटाकर और जोड़कर वोट चुराने की साजिश चल रही है। हाथ में संविधान की कॉपी लिए हुए राहुल गांधी ने सभा में आए लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की कि गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों के पास वोट ही असली ताकत है और वह बिहार में वोट चोरी होने नहीं देंगे। उन्होंने इस यात्रा को संविधान बचाने की लड़ाई बताया।

राहुल ने आरएसएस-भाजपा के बारे में सावधान किया

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के साथ-साथ आरएसएस और भाजपा के बारे में भी लोगों को आगाह करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा संविधान मिटाने का काम कर रही है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पहले देश को मालूम नहीं था कि वोट की चोरी कैसे की जाती है लेकिन अब पूरे देश को पता चल गया है। उन्होंने लोगों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि महाराष्ट्र, बंगाल, असम और बिहार में वोट की चोरी पकड़ कर वह जनता को दिखाएंगे।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की उस बात का जवाब भी दिया जिसमें उसने राहुल गांधी से शपथ पत्र की मांग की थी। राहुल ने कहा कि हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वोट चोरी के सबूत दिए तो चुनाव आयोग ने हमसे शपथ पत्र मांगा लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी के लोग ऐसी बातें करते हैं तो उनसे शपथ पत्र नहीं मांगा जाता है।

मोदी के अरबपति मित्रों पर राहुल का हमला

वोट चोरी के अलावा राहुल गांधी दूसरे मुद्दों पर भी अपनी बात रखने में कामयाब नजर आए। उन्होंने जाति जनगणना और आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। राहुल ने यह संदेश देने की कोशिश की कि उनके दबाव में मोदी सरकार ने जाति जनगणना करने का एलान तो कर दिया है लेकिन वह सही से इसे नहीं करेगी। उन्होंने वादा किया कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर जाति जनगणना कर आरक्षण की पचास फ़ीसद की दीवार को गिरा देंगे। राहुल गांधी ने यह संदेश भी दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरबपतियों के साथ मिलकर सरकार चलाते हैं और पांच-छह अरबपतियों को देश का पूरा धन दे दिया जाता है।

वोटर लिस्ट से नाम कटा तो पेंशन भी रोक देगी बीजेपीः राहुल

इस यात्रा के दूसरे सबसे बड़े स्टार रहे राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह वोट चोरी नहीं बल्कि डकैती हो रही है। उन्होंने वहां पहुंचे लोगों को यह भी समझाया कि वोटर लिस्ट से नाम काटने पर पेंशन और राशन से भी नाम कट जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि मोदी जी बिहारी को चूना लगाना चाहते हैं लेकिन यह बिहार है, यहां पर खैनी के साथ चूना रगड़ दिया जाता है।

चिराग पासवान संभल कर क्यों बोल रहे हैं

इस वोटर अधिकार यात्रा पर जहां भारतीय जनता पार्टी साफ तौर पर राहुल गांधी और लालू प्रसाद पर हमलावर है वहीं चिराग पासवान जैसे नेता थोड़ा संभल कर बोल रहे हैं। भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तो सीधे यह आरोप लगा दिया कि राहुल गांधी बिहार में घुसपैठियों को बचाने के लिए यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने एसआईआर के विरोध को विपक्ष की नौटंकी बताया। इधर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का कहना है कि एसआईआर बिहार में कोई मुद्दा नहीं है। 
इत्तेफाक की बात है कि जिस दौरान राहुल गांधी और महागठबंधन के दूसरे नेता बिहार में वोटर अधिकार यात्रा कर रहे होंगे उसी दौरान 22 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार आएंगे। वह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के संसदीय क्षेत्र गया के अलावा गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र बेगूसराय का भी दौरा करेंगे। अगले ही दिन 23 अगस्त से एनडीए का विधानसभा वार सम्मेलन शुरू हो रहा है।