इससे पहले भी बघेल कई बार संघ और दक्षिणपंथी संगठनों को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं। गाँधी जयंती के मौक़े पर बघेल ने कहा था कि कुछ लोग दिखावे के लिए गाँधी को याद करते हैं और अगर वे वास्तव में गाँधी के विचारों को मानते हैं तो नाथूराम गोडसे की निंदा करें।